Tourist Place: सतपुड़ा के घने जंगलों में 6 होम स्टे, खूबसूरत वादियों के बीच पर्यटकों को मिल रहीं सुविधाएं, जानें क्या है खासियत 

MP Tourism Satpuda: मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम के पर्यटन स्थल मढ़ई के नजदीक छेड़का गांव में होम स्टे हैं. खूबसूरत वादियों के बीच पर्यटकों को सुविधाएं मिल रही हैं. 

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Satpuda Jangal Safari Home Stay: अगर आप मध्य प्रदेश के सतपुड़ा के घने जंगलों में जंगल सफारी करने का मन बना रहे हैं और ये सोच रहे हैं आप कहां रुकेंगे? तो आपके लिए एक खुशखबरी है. नर्मदापुरम के पर्यटन स्थल मढ़ई के नजदीक छेड़़का गांव में आपके लिए होम स्टे तैयार हैं. मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के सहयोग से ग्रामीणों को रोजगार देने एक नवाचार है.गांव के माहौल में  आपको गांव के रहन-सहन से लेकर देशी जायके का स्वाद भी मिलेगा.  

हर साल बड़ी संख्या में पहुंचते हैं पर्यटक

नर्मदापुरम जिला मुख्यालय से करीब 70 किलो मीटर दूर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व एरिया में मढ़ई एक जंगल सफारी के लिए प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है.यहां जंगल सफारी और जंगल में बसे जानवर खासकर टाइगर के दीदार के लिए हर साल देश-विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं .

वैसे तो मढ़ई में शासकीय और प्राइवेट होटल, मप्र टूरिज्म के भी होटल मौजूद हैं लेकिन ग्रामीण अंचल के लोगों को रोजगार देने के लिए मप्र टूरिज्म बोर्ड ने ग्रामीणों को आर्थिक सहायता देकर होम स्टे तैयार करवाए हैं . NDTV इन्हीं की खासियत को जानने और उसे पर्यटकों तक पहुंचाने के लिए होम स्टे पहुंची. 

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बहुत अच्छा रिस्पांस मिल रहा है

वनवास होम स्टे के मालिक ग्रामीण जयराम ने बताया कि पिछले जनवरी में इसे बनाया गया था. यहां टूरिस्ट रुकते हैं.एक साल में काफी अच्छा रिस्पांस मिला है . ग्रामीण अंचल में जैविक खेती से तैयार भोजन, हाथ से बने टिक्कड़, कोदो-कुटकी भोजन में दिया जाता है. इसके साथ ही हमारे यहां रुकने वाले पर्यटकों के लिए बैल गाड़ी की सवारी भी उपलब्ध है . 

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सतपुड़ा होम स्टे की लक्ष्मी ने बताया कि काफी सस्ता किफायती दर पर ये होम स्टे उपलब्ध है . एक साल से इसे चला रही हैं.लक्ष्मी बताती हैं एक दिन का चार्ज 2000 रुपए है. घर का भोजन देते हैं . हालांकि अभी ये होम स्टे ऑनलाइन नहीं हैं, लेकिन बहुत जल्द इन होम स्टे की बुकिंग ऑनलाइन की जा सकेगी .

मढ़ई के जंगलों में जाने के लिए पर्यटकों को तवा डैम के बैक वाटर से होकर मोटर बोट से जाना पड़ता है . जिसके बाद मढ़ई के जंगलों में जंगल सफारी शुरू होती है .मढ़ई के जंगलों में पर्यटक काफी संख्या में पहुंचते हैं और प्रकृति की गोद में बसे सतपुड़ा के घने जंगलों में रह रहे जानवरों खासकर टाइगर का दीदार करते हैं. मढ़ई में जंगल सफारी के लिए जिप्सी मौजूद है, जिनके जरिए जंगल सफारी की जाती है .

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