Tigress T49 died due to electric shock: मध्य प्रदेश के सीधी और शहडोल जिला स्थित संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बाघ शिकारियों के निशाने पर है. दरअसल, बीते दिन शिकारियों के बिछाए गए करंट में फंसने से बाघिन टी49 की मौत हो गई है. हालांकि वन विभाग अब इस पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है और रास्ते को ब्लॉक कर दिया गया है और संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र में लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है.
बाघिन T49 की मौत करंट लगने से मौत
बताया गया कि संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बाघों के विचरण के लिए पर्याप्त क्षेत्र है. विस्थापन में देरी के कारण यहां लोग आज भी निवास कर रहे हैं. ऐसे में उनके द्वारा जंगली जानवरों का शिकार समय-समय पर किए जाते हैं. जंगली जानवरों के शिकार के लिए शिकारियों के द्वारा करंट बिछाया गया था, जिसमें फंसने से बाघिन T 49 की मौत हो गई है.
पिछले वर्ष भी हुई थी करंट से एक बाघ की मौत
करंट से बाघ की मौत का यह पहला मामला नहीं है. इसके 1 वर्ष पहले भी चमराडोल क्षेत्र में करंट लगने से एक बाघ की मौत हो गई थी, जिसे शिकारियों ने कुएं में डाल दिया था. हालांकि वन विभाग को इसकी सूचना मिली, जिसके बाद जांच पड़ताल की गई थी. ऐसे में माना जा रहा है कि संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र बाघ के लिए सुरक्षित नहीं है. विभाग द्वारा भले ही सुरक्षा के दावे किए जाते हैं, लेकिन संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बाघों पर संकट मडरा रहा है.
जानकारी के मुताबिक, संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र में की ओर जाने वाली सड़क को ब्लॉक कर दिया गया है, ताकि बाहर के लोग घटनास्थल तक ना पहुंच सके. यह मामला खरबर ग्राम का है. सूत्रों के मुताबिक, बाघिन की मौत करंट लगने की वजह से हुई है.