Gwalior News: जैसा कि हम सबको पहले से मालूम है कि 2000 के नोट चलन से बाहर होने वाले हैं. 30 सितंबर के बाद बैंक में भी इन नोटों को जमा नहीं लेंगे. इसी कड़ी में ग्वालियर के मंदिर समेत तमाम धार्मिक स्थलों पर नोटिस लगा दिया गया है. अगर अभी भी आपके पास दो हजार का नोट है तो आप दान कर सकते है लेकिन यह रुपये आप सिर्फ 25 सितंबर तक ही दान पेटी में डाल सकेंगे. जी हां, ग्वालियर में मंदिरों ने अपने नोटिस बोर्ड पर इसकी सूचना लगा दी है. इसमे लिखा है कि अगर आपको दो हजार के नोट मंदिर को दान करना तो 25 सितंबर तक कर दें अन्यथा आपका दान व्यर्थ चला जाएगा. आइए आपको पूरी खबर बताते हैं:
30 सितंबर के बाद रद्दी हो जाएंगे 2000 के नोट
मालूम हो कि सरकार के ऐलान के बाद 30 सितंबर के बाद 2000 के नोट रद्दी में तब्दील हो जाएंगे क्योंकि इनका चलन बंद हो जाएगा. इस तरह से अब 2000 के नोट चलाने के लिए सभी के पास महज 11 दिन का समय ही बचा है. इसको लेकर ग्वालियर शहर के सभी धार्मिक स्थल आदि भी सचेत है. इसलिए उन्होंने इस बार तय किया है कि इस बार दानपेटियां 28 और 29 सितंबर को खोली जाएगी.
साईं बाबा मंदिर में लगाई गई सूचना
मंदिर और गुरुद्वारा प्रबंधन को लगता है कि इस बार दान पेटी में बड़ी संख्या में लोग 2000 का नोट डालकर दान कर सकते है इसलिए साईं बाबा मंदिर सहित अनेक मंदिरों ने अपने यहां 2000 के नोट दान करने को लेकर बाकायदा एक सूचना लगा दी है. इसमें लिखा है कि "समस्त दानदाताओं को सूचित किया जाता है कि अगर 2000 के नोट आप दान स्वरूप दान पेटी में डाल रहे हैं तो कृपया 25-26 सितंबर 2023 तक ही डालें ताकि आपके दान का उपयोग हो सके." साईं भक्त मंडल ट्रस्ट के अध्यक्ष योगेश शुक्ला ने बताया कि मंदिर की दान पेटियां इसी महीने पहले सप्ताह में खुलीं थी. आमतौर पर ये डेढ़ महीने बाद खुलती है लेकिन इस बार 28 या 29 सितंबर को फिर से खोली जाएगी ताकि इसमें निकलने वाले 2000 के नोट बैंक में जमा किये जा सकें.
अन्य मंदिरों में भी पहले खुलेंगे दान पात्र
वहीं खबर है कि ग्वालियर के अन्य मंदिरों में भी दान पात्र खोलने की परंपरा में भी बदलाव किया गया है. श्री अचलेश्वर न्यास के अध्यक्ष रिटायर जस्टिस एन के मोदी का कहना है कि 2000 के नोट बैंक में जमा कराने की आखिरी तारीख 30 सितंबर है. बुधवार से वे प्रशासन की मदद से रोज एक दान पेटी खोलेंगे. वहीं 29 सितंबर को एक बार फिर सभी दानपेटियां चेक की जाएगी. ताकि कोई भी 2000 के नोट का दान बेकार न जाए. वहीं सनातन धर्म मंदिर भी पहली बार अपनी दानपेटी खोलने की व्यवस्था बदल रहा है. मंडल के सदस्य महेश नीखरा ने बताया कि वैसे हमारीं दान पेटी दो महीने में एक बार खुलती है लेकिन इस बार 29 सितंबर को बीच मे ही खुलेंगी ताकि इसमें निकले दान के 2000 के नोट बैंक में जमा कराए जा सकें.
गुरुद्वारा में भी बदली गई व्यवस्था
जानकारी मिली है कि फूलबाग गुरुद्वारा में भी 30 सितंबर से पहले ही दानपेटियां खोली जाएंगी. गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के प्रधान एच. एस. कोचर ने इस बारे में बताया कि वैसे गुरुद्वारा की दानपेटी हर महीने पहले सप्ताह में खुलती है लेकिन इस बार हम लोग 28 या 29 सितंबर को ही इसे खोलेंगे ताकि अगर इनमें 2000 के नोट डाले गए हैं तो उन्हें तत्काल बैंक में जमा करवा सकें अन्यथा वह राशि बेकार हो जाएगी व लोगों का दान करना व्यर्थ साबित होगा.
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