मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में नवरात्रि पर्व पर लगे मेले में शनिवार को एक बड़ा हादसा होने से टल गया. नमी जमीन होने के चलते मेले में लगा झूला अचानक जमीन में धंस गया, जिस वजह से उसमें बैठे लोगों की जान पर बन आई और आसपास अफरातफरी जैसा माहौल बन गया. मौके पर मौजूद पुलिस बल और स्थानीय नागरिक तुरंत हरकत में आए और सूझबूझ दिखाते हुए झूले में बैठे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला.
तेज चीख-पुकार और भगदड़ के बीच किसी भी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई, जिससे सभी ने राहत की सांस ली. यह मेला जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर सागर रोड पर खंडेरा गांव में मां छोला बाली माता मंदिर परिसर में लगा हुआ है.
लोगों का मानना है कि साढ़े चार शताब्दी पूर्व आई महामारी के निदान के समय स्वयं धरती से प्रकट हुई ममतामई मां छोले बाली माता कहलाईं. उन्हीं के नाम पर यह मेला लगता है, जहां उनका मंदिर बना हुआ है.
मेले में हजारों लोग थे मौजूद
मेले में हजारों की संख्या में श्रद्धालु और ग्रामीण मौजूद थे. घटना के बाद कुछ देर तक हड़कंप का माहौल रहा, लेकिन स्थिति को तुरंत काबू में कर लिया गया. ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते लोगों को नीचे नहीं उतारा जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था.
फिलहाल प्रशासन ने झूले को बंद करवा दिया है और सुरक्षा इंतज़ाम पुख़्ता करने के निर्देश दिए हैं. नवरात्रि के मौके पर खंडेरा मेले में रोजाना हज़ारों की भीड़ जुट रही है. ऐसे में लोगों की जान बचाने वाले पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों की भूमिका की सजगता की सराहना की जा रही हैं.
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