Success Story: फेल्योर ने बनाया सिक्योरिटी गार्ड, फिर किस्मत ने मारी पलटी और MPPSC परीक्षा क्रैक कर रच दिया इतिहास

MPPSC Success Story: कॉमर्शियल टैक्स इंस्पेक्टर मधुसूदन की कहानी उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणादायी है, जो थोड़ी सी असफलता को झेल नहीं पाते हैं और मंजिल ही नहीं, कारवां तक बदल लेते हैं. अपनी मंजिल को पाने के लिए लगन और अनुशासन को सिर माथे लगाने वाले ही मधुसूदन बन पाते हैं. 

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SUCCESS STORY OF INDORE BOY MADHUSUDAN WHO CRACKED MPPSC EXAM 2022 AND BECOME COMMERCIAL TAX INSPECTOR

CTI Madhusudan Success Story: कहते हैं किस्मत एक दिन जरूर पलटती है, इंतजार और सब्र होना चाहिए, लेकिन कुछ ही दुर्लभ लोग होते हैं, जो ऐसा कर पाते हैं. आज हम इंदौर के ऐसे शख्स की सफलता की रोचक कहानी बताएंगे, जो असफलता से कभी नहीं हारे और मंजिल की ओर बढ़ते हुए सफलता की कहानी रचने में कामयाब हुए.

कॉमर्शियल टैक्स इंस्पेक्टर मधुसूदन की कहानी उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणादायी है, जो थोड़ी सी असफलता को झेल नहीं पाते हैं और मंजिल ही नहीं, कारवां तक बदल लेते हैं. अपनी मंजिल को पाने के लिए लगन और अनुशासन को सिर माथे लगाने वाले ही मधुसूदन बन पाते हैं. 

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तब तक नहीं रूके जब तक सफलता का स्वाद नहीं चख लिया

इंदौर के मधुसूदन एक ऐसे ही शख्स हैं, जिन्होंने MPPSC क्रैक कर आज कॉमर्शियल टैक्स इंस्पेक्टर (CTI) बनकर उन लोगों के लिए प्रेऱणा बनकर उभरे. थोड़ी से असफलता में हताश होकर बैठने से इनकार करने वाले मधुसूनदन आज कॉमर्शियल टैक्स इंस्पेक्टर हैं. बीएससपी की परीक्षा में असफल होने के बावजूद मधुसूदन निराशा और हताशा को पास नहीं आने दिया, वो तब तक नहीं रूके जब तक सफलता का स्वाद नहीं चख लिया. इसके लिए वो सिक्योरिटी गार्ड बन गए.

मधुसूदन ने मुश्किलों को अपनी मंजिल का रोड़ा बनने से रोका

बचपन से अधिकारी का सपना पालने वाले मधुसूदन ने अपनी मंजिल में आने वाली मुश्किलों का ही सामना ही नहीं किया, बल्कि उसे रोड़ा बनने से भी रोका. असफलता के बीच MPPSC की तैयारी में विरले ही टिक पाते हैं, लेकिन मधुसूदन ने अपने डिडीकेशन और अनुशासन से MPPSC एग्जाम को क्रैक किया. मधुसूदन की स्टोरी उन युवाओ के लिए प्रेरणादायी है, जो मेहनत से किस्मत बदलने में यकीन करना चाहते हैं.

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साल 2017 से इंदौर में एक NGO के माध्यम से MPPSC परीक्षा की तैयारी शुरू करने वाले मधुसूदन ने फ्री की लाइब्रेरी को मंजिल पाने का आधार बनाया. दिन में सिक्योरिटी गार्ड और रात में लाइब्रेरी में किताबें पढ़ते हुए मधुसूदन अपने सपने तक पहुंचने के लिए रोज कदम बढ़ाते थे.

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असफलता आई तब मधुसूदन को लगा कि सब खत्म हो गया

मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले के मधुसूदन की पढ़ाई गांव से हुई है. 10वीं में 62 फीसदी और 12वीं में 72 फीसदी अंक के साथ पास हुए कॉमर्शिलयल टैक्स इंस्पेक्टर मधुसूदन ने एक इंटरव्यू में बताते हैं कि  बीएससी की परीक्षा में मिली असफलता के बाद उन्हें लगा कि अब सब खत्म हो गया है. फिर उन्होंने अपने दिल की सुनी और बचपन के सपने को जीने का फैसला किया और सपने के सामने आई बाधाओं से एक-एक करके निपटते हुए सफलता की कहानी रच डाली.

सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की ताकि समझौता न करना पड़े

कहते हैं कि जब सपना बड़ा हो तो हर गिरावट मजबूती देती है, कुछ ऐसा ही मधुसूदन के साथ हुआ. बताते हैं MPPSC परीक्षा की तैयारी के दौरान आईं मधुसूदन के लिए आर्थिक चुनौतियां बहुत बड़ी थीं, लेकिन मधुसूदन ने आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की ताकि उन्हें अपने सपने से समझौता न करना पड़े. सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी में मधूसूदन दिन भर की नौकरी करने के बाद रात को पढ़ाई करते थे.

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MPPSC परीक्षा 2021 के पहले प्रयास में मेंस परीक्षा में फेल रहे मधुसूदन के पास खोने को कुछ नहीं था. मेंस परीक्षा से इंटरव्यू तक पहुंचने की  बाधा पर का किया. उनकी मेहनत रंग लाई. MPPSC 2022 परीक्षा क्रैक करने में सफल रहे मधुसूदन आज कॉमर्शियल टैक्स इंस्पेक्टर हैं.

सपने के लिए अथक और अडिग रहकर चखा सफलता का स्वाद

गौरतलब है MPPSC 2022 परीक्षा के फाइनल परिणाम में अपना नाम देख मधुसूदन के आंखें भर आईं थी. मुश्किल सफर को आसान बनाने वाले मधुसूदन के अथक और अडिग फैसले ने सफलता का स्वाद चख लिया था. मधुसूदन की कहानी उन लाखों युवाओं के प्रेरणात्मक हैं, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और एक दो असफलता के बाद मंजिल ही नहीं, कारवां बदल लेते हैं. मधूसदन उनके हीरो हैं, जो पत्थर पर फूल खिलाने का फितरत रखते हैं.

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