मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले में एक बार फिर बड़ा हादसा होते-होते टल गया. दरअसल, अझवार गांव के सरकारी स्कूल में छत से प्लास्टर का मलबा छात्रों के ऊपर गिर गया, जिसमें सात छात्र घायल हो गए. घटना दोपहर की बताई जा रही है, जब दसवीं कक्षा के अंदर पढ़ाई के दौरान छत का मलबा अचानक भरभरा कर छात्रों के ऊपर गिर गया. इसकी चपेट में आने से सात छात्र घायल हो गए.
घायलों में चार छात्रों के सिर और पैर में चोटें आईं हैं, जिनका प्राथमिक उपचार गांव के झोलाछाप डॉक्टर से कराये जाने की बात सामने आई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है.
बरामदे में बैठकर पढ़ रहे छात्र
उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का संचालन खंडहर हो चुके भवन में किया जा रहा है. छात्रों के साथ हुए हादसे के बाद अभिभावकों समेत स्थानीय लोगों में आक्रोश है. वहीं ग्राम पंचायत की सरपंच ने संस्था प्रमुख पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं. मलबा गिरने के बाद दसवीं कक्षा के छात्रों को बरामदे में बैठाकर पढ़ाया जा रहा है और छात्र डरे सहमे नजर आ रहे हैं.
स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि स्कूल भवन की हालत बहुत खराब है और इस स्कूल भवन की मरम्मत के नाम पर लाखों रुपये खर्च भी किए जा चुके हैं, लेकिन मरम्मत सिर्फ कागजों पर दर्शाकर अधिकारियों ने लाखों रुपये का बंदरबांट कर लिया.
कई वर्षों से चालू है स्कूल निर्माण का काम
गांव में करोड़ों रुपये की लागत से नए स्कूल भवन का निर्माण का काम वर्षों से चल रहा है, लेकिन अब तक स्कूल भवन का निर्माण अधूरा ही पड़ा है. शिक्षा विभाग और स्कूल भवन का निर्माण करने वाले विभागीय अधिकारियों और ठेकेदार की लापरवाही का ख़ामियाज़ा सैकड़ों छात्रों को भुगतना पड़ रहा है.
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