Smuggling: ग्वालियर में दिखा "पुष्पा राज"; खैर के पेड़ों की तस्करी देख दिमाग घूम जाएगा, ऐसे पकड़ाया नेटवर्क

Smuggling of Khair Wood: वनकर्मी प्रमोद कुशवाह गश्त करते हुए देव खो मंदिर के पास पहुंचा था, प्रमोद ने पेड़ काटने का विरोध करते हुए तत्काल अवैध कटाई बंद करने के लिए कहा. इस पर तीनों आरोपियों ने उसे दौड़ा-दौड़ाकर मारना-पीटना शुरू कर दिया.

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Smuggling of Khair Wood: ग्वालियर में "पुष्पा राज", बेशकीमती लकड़ियों की तस्करी का खुलासा, ऐसे चल रहा था नेटवर्क

Smuggling in Gwalior: चन्दन तस्करी पर बनी मूवी पुष्पा तो लगभग आपने देखी होगी, जिसमें फ़िल्म का मुख्य किरदार चंदन की तस्करी करते हैं. उसे छिपाकर नदी के पानी मे रखते हैं. अब ग्वालियर अंचल मे इसी फ़िल्म की तर्ज पर खैर की लकड़ी की तस्करी की जा रही हैं. खैर कत्था बनाने में काम आता हैं और पान, पान मसाला जैसे प्रोडक्ट बनाने में इसकी अहम भूमिका रहती है. साथ ही इस लकड़ी से औषधियां बनाने में भी इसका उपयोग होता हैं. यह पेड़ यहां जंगल में बहुतायत में पाए जाते हैं. ग्वालियर जिला वन मंडल में तस्कर कत्था बनाने में काम आने वाली खैर की लकड़ी की तस्करी की जा रही हैं.

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कैसे पकड़ाया नेटवर्क?

कुछ दिन पहले आधी रात वन विभाग की टीम ने खैर की लकड़ी से भरे दो ट्रक पकड़े थे, जो अलवर से आये थे. तस्कर ट्रक में पूरी लकड़ी नहीं भर पाए थे. बताया गया कि देव खो जंगल में गश्त पर निकले वनकर्मी प्रमोद कुशवाह को खनन माफिया द्वारा दौड़ा-दौड़ाकर पीटने का मामला सामने आया है. दरसल वनकर्मी प्रमोद कुशवाह गश्त करते हुए देव खो मंदिर के पास पहुंचा था, प्रमोद ने पेड़ काटने का विरोध करते हुए तत्काल अवैध कटाई बंद करने के लिए कहा. इस पर तीनों आरोपियों ने उसे दौड़ा-दौड़ाकर मारना-पीटना शुरू कर दिया. हालात बिगड़ते देख प्रमोद अपनी जान बचाकर वहां से भाग निकला और सीधे फॉरेस्ट ऑफिस जा पहुंचा, जहां अपने अधिकारियों को उसने पूरी जानकारी दी. जिसके बाद थाना तिघरा पुलिस को इस मामले की शिकायत की गई. पुलिस ने वनकर्मी प्रमोद की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर एक आरोपी को तत्काल  गिरफ्तार कर लिया था.कुछ ट्रक जप्त कर लिए.

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Smuggling of Khair Wood: खैर की तस्करी

जांच में क्या मिला?

जांच में पता चला कि ट्रकों के पकड़े जाने के बाद तस्करों ने जखौदी (घाटीगांव) में बची खैर की लकड़ियों को सांक नदी के पानी में फेंककर छिपा दिया. इसके बाद वन विभाग की टीम ने पानी में उतरकर सर्चिंग की. वन विभाग की टीम अब तक नदी से करीब 35 क्विंटल खैर की लकड़ी जब्त कर चुकी है. अब सभी नदी और तलाबों में इसकी तलाश चल रही है.

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Smuggling of Khair Wood: खैर की तस्करी बाहर निकालती टीम

कौन हैं आरोपी?

वन टीम ने अलवर निवासी हामिद, अजहरुद्दीन, साउन खान को पकड़ा है, जबकि रामनिवास गुर्जर फरार है. लकड़ी तस्करी में शोभित यादव का नाम भी सामने आ रहा है. पता चला है कि तस्करों ने जखौदी को खैर की लकड़ी एकत्रित करने का सेंटर बना लिया था. आसपास के जंगलों से काटकर लकड़ी को यहां छिपाया जाता है. फिर मौका मिलते ही इसे राजस्थान होते हुए दूसरे राज्यों में पहुंचा दिया जाता हैं.

वन विभाग का क्या कहना है?

इस मामले में मुख्य वन संरक्षक एपीएस सेंगर का कहना है कि वन टीम की एक बड़ी क़ामयाबी है. उसने खैर की तस्करी करने वाले एक अंतर्राजीय गैंग को पकड़ा है. अब इसकी सारी कड़ियां जोड़कर इसके पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जाएगा.

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