Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के सीधी जिला मुख्यालय में आरईएस विभाग की लिपिक को बिल भुगतान करने के एवज में ठेकेदार से रिश्वत लेना बहुत भारी पड़ गया. शिकायत के बाद लोकायुक्त की टीम ने लिपिक नेहा सिंह को 8 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है.लोकायुक्त पुलिस रीवा टीम के द्वारा कार्यवाही की गई है. इस मामले में एसडीओ और इंजीनियर की तलाश जारी है.
इतने रुपयों की मांग की थी
बताया जा रहा है कि ठेकेदार राजकुमार साकेत के द्वारा पुलिया निर्माण किया गया था. बिल के भुगतान के लिए कई बार प्रयास किया गया. लेकिन एसडीओ रामाश्रय पटेल, इंजीनियर अखिलेश मौर्य एवं शाखा लिपिक नेहा सिंह के द्वारा बिल भुगतान के बदले 15 हजार रिश्वत की मांग की गई थी. फरियादी के द्वारा लोकायुक्त रीवा में शिकायत की गई.
आज बुधवार को जब राजकुमार ने नेहा सिंह को कार्यालय में 8 हजार की रिश्वत दे रहा था, तब लोकायुक्त की टीम ने दबिश दी और 8 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लिपिक नेहा सिंह कार्यालय को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. इस कार्ऱवाई के बाद हड़कंप मचा हुआ है.
दो आरोपियों की तलाश जारी
लिपिक की गिरफ्तार के बाद अब लोकायुक्त की टीम दो अन्य आरोपी एसडीओ रामाश्रय पटेल व इंजीनियर अखिलेश मौर्या की तलाश कर रही है. तीनों आरोपियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है.
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