नसबंदी कैंप में ऑपरेशन कराने आई थी महिला, घर पहुंचाने के लिए नहीं मिली एम्बुलेंस! हाथ ठेले पर ले गए परिजन

MP News: श्योपुर जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत उजागर हुई है. यहां के नसबंदी कैंप में ऑपरेशन कराने के लिए आई महिला को घर वापस जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली. बेबस परिजन महिला को हाथ ठेले पर ले जाते नजर आए. आइए आपको पूरे मामले की जानकारी देते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
महिला को ठेला गाड़ी पर ले जाने को मजबूर हुए परिजन

Sheopur Nasbandi Camp: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के श्योपुर जिले में ठेले पर स्वास्थ्य विभाग (Health Department) नजर आई है. जिले में नसबंदी ऑपरेशनों (Sterilization Operation) का टारगेट मिलने के बाद श्योपुर में स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार नसबंदी शिविर लाकर टारगेट पूरा करने में तो लग जाते है, लेकिन, इन शिविरों में आधी-अधूरी व्यवस्थाओं के बीच ऑपरेशन करवाने वाली महिला मरीजों को सिस्टम की लापरवाही का शिकार भी होना पड़ जाता है. बड़ौदा सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र में बीते बुधवार को महिलाओं के नसबंदी ऑपरेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाया है. इस दौरान एक महिला जब नसबंदी कराकर घर जाने के लिए निकली, तो उसे कोई एंबुलेंस नहीं दी गई. मजबूर परिजन महिला को हाथ ठेले पर ले जाने को मजबूर हो गए. 

ये भी पढ़ें :- MP में कोहरे का कहर, दो अलग-अलग सड़क हादसों में 2 की मौत, 22 लोग घायल

वायरल हुआ वीडियो

महिला नसबंदी शिविर में ऑपरेशन कराने के बाद एक महिला मरीज को स्वास्थ्य विभाग की ओर से उसे घर तक भेजने का इंतजाम नहीं होने पर मजबूर हुए महिला के परिजन ऑपरेशन के बाद महिला को आधे होश में बड़ौदा स्वास्थ्य केंद्र से एक हाथ ठेले पर लेटाकर सड़क से 2 से 3 किमी तक हाथ ठेले को धकेल कर अपने घर ले जाने को मजबूर दिखे. इधर, सड़क पर ठेले पर लेटी महिला को ले जाते हुए परिजनों का वीडियो वायरल हो गया. इस वीडियो में महिला के परिजन स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की लापरवाही को भी बता कर अपनी मजबूरी बता रही है. 

Advertisement

ये भी पढ़ें :- डिग्री पर भारी होगी स्किल, सीखनी होगी नई तकनीक, वरना नौकरी से हाथ धो बैठेंगे 

Topics mentioned in this article