Shaheed Bhavan Bhopal: शहीद भवन में 'आदिशक्ति' की आखिरी प्रस्तुति, जानिए रसिक प्रेमियों के लिए कब खुलेगा?

Shaheed Bhavan Bhopal: मध्य प्रदेश के कला प्रेमियों के लिए शहीद भवन एक साल के लिए बंद हो गया है. इस परिसर में आखिरी प्रस्तुति आदिशक्ति की हुई. आइए जानते हैं इस नृत्य नाटिका में क्या रहा?

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Shaheed Bhavan Bhopal: शहीद भवन में आखिरी प्रस्तुति!

Shaheed Bhavan Bhopal: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में कला प्रेमियों के लिए हर दिन कुछ न कुछ देखने-सुनने को मिलता है. ऐसा ही एक कार्यक्रम शहीद भवन सभागार में हुआ, जिसमें नवरूप नाट्य संस्था भोपाल द्वारा नृत्य नाटिका ‘आदिशक्ति' का भव्य मंचन किया गया. यह कार्यक्रम न केवल अपनी कलात्मक प्रस्तुति के लिए यादगार रहा, बल्कि इसलिए भी महत्वपूर्ण रहा क्योंकि यह शहीद भवन के मौजूदा कार्यक्रम श्रृंखला का अंतिम सांस्कृतिक आयोजन था. अब यह ऐतिहासिक सभागार एक वर्ष के लिए नवीनीकरण और आधुनिक रूपांतरण हेतु बंद रहेगा.

कैसी थी प्रस्तुति?

‘आदिशक्ति' नृत्य नाटिका में देवी की ऊर्जा, शक्ति और सृजनात्मक रूपों को नृत्य के माध्यम से जीवंत किया गया. प्रस्तुति का निर्देशन सुप्रसिद्ध नृत्यांगना रागे श्री बेलसरे पराशर और स्नेहा खरे द्वारा किया गया, जबकि नाट्य लेखन एवं संकल्पना शारदा मिश्रा द्वारा की गई थी. संस्था ने बताया कि  यह प्रस्तुति भारतीय संस्कृति में नारी की सृजनशील और शक्तिशाली भूमिका को दर्शाने का एक प्रयास थी. नृत्य के विभिन्न रूपों जैसे कथक, ओडिसी, समकालीन, और नाट्य नृत्य के माध्यम से 'आदिशक्ति' के विविध आयामों को दर्शाया गया है.

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इस भावनात्मक प्रस्तुति में भोपाल की उभरती प्रतिभाओं ने हिस्सा लिया. प्रस्तुति में विशेष उल्लेख आरोही पंडित का किया जा सकता है, जिन्होंने अन्य युवा कलाकारों के साथ मंच पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई. मंच पर प्रस्तुत नृत्य, भावाभिनय और संगीत ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया.

कार्यक्रम के अंत में उपस्थित दर्शकों और कला प्रेमियों ने कलाकारों की प्रस्तुति को खड़े होकर सराहा और शहीद भवन की यादों को भावुक विदाई दी. यह आयोजन न केवल एक नृत्य नाटिका था, बल्कि एक सांस्कृतिक युग के समापन की भावपूर्ण झलक भी था.

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24 साल से रंगकर्म में सक्रिय है संस्था

नव नृत्य नाट्य संस्था भोपाल लगभग पिछले 24 वर्षों से रंगकर्म के क्षेत्र में सक्रिय है एवं निरन्तर कार्य करती आ रही है. संस्था द्वारा पूर्व में नाटक भूत, बेशर्ममेव जयते, प्रेम बून्द, भीमा नायक, मुकदमा, परसाई उवाच, चिड़िया घर, संस्कृति, स्वरचित, राजाभोज, एक्ला चोलो रे, सोते रहो, कृष्णलीला, बेशर्ममेव जयते भाग-2, शक्ति, आज़ादी की अग्नि शिखाएँ, त्रिलोक, मणिकर्णिका, बच्चों की पाठशाला, सिन्ड्रेला, समर्पण, दशावतार, वसुधैव कुटुम्बकम, अर्धनारिश्वर, पंचम वेद आदि नाट्य प्रस्तुतियों का मंचन किया गया है. संस्था द्वारा जो भी प्रस्तुति मंचित की गईं, आप सभी कला प्रेमियों द्वारा सराही गई हैं. इसी के साथ-साथ संस्था पिछले 19 वर्षों से नाट्य समारोह का आयोजन भी करती आ रही है. अब तक पिछले 19 नाट्य समारोह में लगभग 97 नाट्य प्रस्तुतियाँ मंचित हो चुकी है. इसी क्रम को जारी रखते हुए संस्था द्वारा नृत्य नाट्य शैली पर आधारित नृत्य नाटिका "आदिशक्ति" तैयार की गई है. 

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