Sehore News in Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीहोर जिले में शासकीय उचित मूल्य राशन दुकानों (Government Ration Shops) से राशन लेने वाले हितग्राहियों की ईकेवाईसी कार्य अब जिले के अधिकारी कर्मचारियों के लिए जी का जंजाल बनता जा रहा है. वजह है कि कई लोग ऐसे हैं, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन इनके हिस्से का राशन बकायदा प्रतिमाह इनके घर पहुंच रहा है. कई परिवार शहर से पलायन कर चुके हैं, दूसरे शहर में रहते हैं, लेकिन हर महीने राशन लेने आ जाते हैं और फिर चले भी जाते हैं. शादी के बाद भी लड़कियों के नाम पोर्टल से नहीं हटाए गए हैं. अब ऐसे लोग पीडीएस दुकानों पर ई-केवाईसी कराने नहीं पहुंच रहे हैं. ऐसे लोगों को खोजना खाद्य विभाग के लिए चुनौती बन गई है.
सीहोर में लाखों लोगों का ई-केवाईसी बाकी
पीडीएस दुकानदारों के सामने चुनौती
ई-केवाईसी कार्य में पीडीएस दुकानदारों के सामने कई प्रकार की चुनौतियों सामने आ रही हैं. कई राशन उपभोक्ताओं की मौत हो गई है, तो बड़ी संख्या में लोग शहर से पलायन करके अन्य शहरों में रहने लगे हैं. दूसरी तरफ, लड़कियों की शादी हो चुकी हैं, लेकिन ऐसे लोगों के नाम काटे नहीं गए और वह अभी भी राशन ले रहे हैं. जनपद पंचायतों और नगरपालिकाओं में ऐसे अपात्र हितग्राहियों के नाम समग्र पोर्टल काटे नहीं जा रहे हैं और यह राशन उपभोक्ता अपनी ई-केवाईसी पीडीएस दुकानों पर नहीं कराने पहुंच रहे हैं. इनके नाम पोर्टल पर चढ़े हैं और जनपद पंचायत और नगरपालिकाओ में भी जुड़े हैं.
ई-केवाईसी की अंतिम तिथि
जिले में शासकीय उचित मूल्य राशन दुकानों से राशन लेने से हितग्राहियों की ई-केवाईसी की जा रही है. इसके तहत दुकानदार समग्र पोर्टल पर पात्र हितग्राही के आधार और समग्र आईडी अपडेट कर रहे हैं. लेकिन, कई हितग्राही ई-केवाईसी कराने से बच रहे हैं. सरकार ने 15 मई ई-केवाईसी कराने के लिए अंतिम तिथि तय की है. लेकिन, सीहोर जिले में वर्तमान की स्थिति में 1 लाख 30 हजार 506 राशन उपभोक्ता ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी ई-केवाईसी नहीं कराई है. ऐसे उपभोक्ताओं का राशन अब बंद भी हो सकता है.
गौरतलब है जिले में 10 लाख 21 हजार 106 हितग्राही पीडीएस राशन हर महीने ले रहे हैं. इनमें से 8 लाख 90 हजार 580 हितग्राही ई-केवाईसी करवा चुके हैं. लेकिन, जिले भर में 1 लाख 30 हजार 506 लोगों ने अभी भी ई-केवाईसी नहीं कराई है. जिला प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी कई परिवारों ऐसे हैं जिनकी ई-केवाईसी नहीं हो सकी है. कलेक्टर बाला गुरू के ई-केवाईसी कार्य में काफी गंभीरता दिखा रहे हैं. उन्होंने राशन दुकानदार और अनुभाग अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि तय समयावधि में पात्र हितग्राहियों की ई-केवाईसी कार्य पूरा किया जाना चाहिए.
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सहायक जिला आपूर्ति अधिकारी ने दी जानकारी
ई-केवाईसी के संबंध में सहायक जिला आपूर्ति अधिकारी आकाश चंदेल ने बताया कि दुकानों पर ई-केवाईसी का काम किया जा रहा है. घर घर जाकर सेल्समैन और संचालक काम कर रहे हैं. कुछ परिवार शहर से बाहर हैं, तो कई लोगों के नाम नहीं काटे गए हैं, जिसके कारण समस्या आ रही है.
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