Madhya Pradesh News: वन भूमि में बिना अनुमति निर्माण करने की मनाही के बाद भी तमाम प्रभावी व्यक्तियों के द्वारा काम कराया जा रहा है. ऐसा ही मामला नागौद ब्लॉक की ग्राम पंचायत दुर्गापुर से आया है. यहां ग्राम पंचायत की ओर से वन भूमि में तालाब का निर्माण किया जा रहा था. जब वनरक्षक ने इसका विरोध किया तो चालक जेसीबी लेकर भाग गया. जानकारी के मुताबिक, यह निर्माण कार्य सरपंच के द्वारा कराया जा रहा था.
वन अमला मौके पर पहुंचकर जेसीबी जब्त करने की कोशिश की, लेकिन चालक ने अपने प्रभाव का उपयोग करते हुए जेसीबी लेकर भाग गया.
स्थानीय लोगों ने बताया कि दुर्गापुर ग्राम पंचायत के मोरा गांव में तालाब का निर्माण किया जा रहा है. नक्शा विहीन गांव में पंचायत का जहां मर्जी वहीं पर तमाम निर्माण कराए जाते हैं. इस तरह वन भूमि भी कब्जा ली जाती है. इस खेल के चक्कर में लगातार वन भूमि का रकवा घट रहा है. जानकारी के मुताबिक, इसी तरह की गड़बड़ी ग्राम पंचायत मोटवा में भी की गई थी. इस मामले में पीआर काटा गया था. हालांकि अभी तक इस मामले में किसी को नामजद नहीं किया गया.
वनरक्षक को देखकर भागा चालक
वन भूमि पर नियम विरूद्ध निर्माण कार्य किया गया. यहां सरपंच के इशारे पर जेसीबी चली. जेसीबी चालक ने वन भूमि में लगे तमाम पौधों को नष्ट कर दिया. इसके अलावा कुछ चिन्हों को भी नष्ट कर दिया है. सूचना मिलते ही वनरक्षक मौके पर पहुंचा, लेकिन तब तक चालक जेसीबी लेकर वहां से निकल गया. बता दें कि वनरक्षक की मदद के लिए कोई अमला साथ नहीं था, लिहाजा चालक जेसीबी लेकर वहां से भाग निकला. बताया जा रहा है कि पैदल चलते हुए वन रक्षक आवाज देता रहा, लेकिन इसके वाबजूद चालक वहां से जेसीबी लेकर फरार हो गया.
सवालों में रेंजर की भूमिका
इस घटना के बाद वन रक्षक ने अधिकारियों को इस मामले से अवगत कराया. इसके बाद भी रेंजर के द्वारा मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई. जानकारी के मुताबिक, सरपंच के ओर से वन क्षेत्र को लगातार नुकसान पहुंचाया जा रहा है. इसके बाद भी रेंजर असहाय बने हुए हैं.
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