MP: चार करोड़ की धोखाधड़ी के केस में CBI का शिकंजा, 13 आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज 

MP News: चार करोड़ रुपए की बीमा धोखाधड़ी के केस में सीबीआई ने सतना में दबिश दी है. यहां सीडीएम, विकास अधिकारी सहित व्यापारी के ठिकानों पर एक साथ छापा मारा है.

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Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के सतना बीमा क्लेम धोखाधड़ी से जुड़े मामले में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने सतना सहित इंदौर और जबलपुर में छापामार कार्रवाई की है. यह मामला सतना में तेंदूपत्ता गोदाम में कथित आगजनी के बाद चार करोड़ से अधिक का बीमा क्लेम लिए जाने से जुड़ा है, सीबीआई टीम ने धोखाधड़ी वाले बीमा दावों के आरोप में ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के सीनियर डिवीजनल मैनेजर एवं विकास अधिकारी और 11 निजी व्यक्तियों सहित 13 आरोपियों  के खिलाफ मामला दर्ज किया व तलाशी ली है.

भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज 

सीबीआई ने धोखाधड़ी से दावों को निपटाने के आरोप पर ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (ओआईसी लिमिटेड) के क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर  एफआईआर दर्ज की है. ओआईसी लिमिटेड, डिवीजनल ऑफिस सतना (एमपी) के सीनियर डिवीजनल मैनेजर एवं विकास अधिकारी और एजेंट सहित 11 निजी व्यक्ति हैं.

इंदौर के एक सर्वेक्षक व  हानि निर्धारक अन्वेषक , सतना (मध्य प्रदेश) स्थित निजी फर्मों के आठ मालिकों सहित 13 आरोपियों के खिलाफ  मामला दर्ज  किया है. सभी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है.

इनके खिलाफ मामला दर्ज

बीमा राशि फर्जीवाड़े में सीबीआई ने ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी के सतना संभाग के डेवलपमेंट ऑफिसर विजय कुमार मोगिया, डिविजनल मैनेजर आरसी परतेती, श्रीचंद्र अग्रवाल, सर्वेयर एंड लॉस एसेसर सुनील गर्ग इंदौर के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

इनके अलावा  इन्वेस्टिगेटर बृजेश यादव, प्रोपराइटर मेजर्स एसके तेंदु लीव्स सतना सुनील पांडे, मेसर्स अनिल पांडे, मेसर्स वीके ट्रेडिंग कंपनी सतना, मेसर्स विंध्याचल एंटरप्राइजेज प्रशांत पांडे, मेसर्स डीके ट्रेडिंग दीपक कुमार पांडे, मेसर्स आरएन ट्रेडिंग कंपनी सतना रामानंद द्विवेदी, मेसर्स पीसी ट्रेडिंग सतना फक्कड़ ताम्रकार सहित दो अन्य के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है. 

क्या है आरोप  

आरोप है कि वर्ष 2022 के दौरान आरोपी व्यक्तियों ने आपस में आपराधिक षड्यंत्र रचा. उसी के अनुसरण में अन्य आरोपियों के साथ मिलीभगत करके ओआईसी लिमिटेड सतना से धोखाधड़ी कर बीमा दावा राशि प्राप्त की. ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को 4 करोड़ रुपए की हानि पहुंचाई और स्वयं लाभ लिया.

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 शिकायत में यह आरोप है कि 07 फर्मोंं (तेंदू पत्ते की व्यापारी फर्म) के आरोपी मालिकों ने मई 2022 में 14 पॉलिसियों के तहत ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड सतना से तेंदू पत्ते के स्टॉक का बीमा कराया था.  स्टॉक को सतना जिले के ग्राम अहिरगांव के एक गोदाम में रखा गया था। जो कथित तौर पर आग से जल गया था.

गोदाम में बिजली का कनेक्शन नहीं था व आग मानव निर्मित थी. यह भी आरोप  है कि इस संबंध में स्थानीय पुलिस की  प्राथमिकी व पंचनामा को भी सर्वेक्षक, अन्वेषक एवं ओआईसी लिमिटेड के अधिकारियों ने नजरअंदाज कर दिया. इसके बाद सात फर्मों ने चार्टर्ड  एकाउंटेंट की मदद से क्लोजिंग स्टॉक को बढ़ाकर फर्जी ट्रेडिंग खाते तैयार किए. जिसकी जांच नहीं की गई.  जीएसटी रिटर्न भी दाखिल नहीं किया गया था.

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14 पॉलिसी में विभाजित कर दिए लाभ

अधिकारी ने  दावा राशि को वरिष्ठ मंडल प्रबंधक के वित्तीय अधिकार में लाने हेतु ओआईसी लिमिटेड के नियमों  व  विनियमों के विरुद्ध जाकर  07 बीमा पॉलिसी को  विभाजित कर 14 पॉलिसियों  में परिवर्तित किया। एक पॉलिसी के बजाए सात फर्मों के लिए प्रत्येक को दो पॉलिसियों में विभाजित किया.  इस तरह दावों को  उच्च अधिकारियों को भेजे  बिना ही मंजूरी देने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाई गई.  इसके बाद फर्मोंं ने 14 बीमा पॉलिसियों  के तहत 14 दावे पेश  किए  जिनका निपटान ओआईसी लिमिटेड सतना से किया गया. सतना में जांच के दौरान कई आपत्ति जनक दस्तावेज मिले हैं.

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