Rewa News: एमपी के इस अस्पताल के परिसर में नवजात को खाते नजर आए कुत्ते, मंजर देख प्रशासन के उड़े होश

Sanjay Gandhi Hospital Rewa News: मध्य प्रदेश के रीवा से एक बहुत ही हैरान करने वाली खबर सामने आई है. दरअसल, यहां संजय गांधी अस्पताल (Sanjay Gandhi Hospital) परिसर में सोमवार को एक नवजात बच्ची का शव दो कुत्ते खाते नजर आए. यह मामला उजागर होने के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप में मच गया. जानिए, आखिर यहां ऐसा कैसे हुआ?

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Sanjay Gandhi Hospital Rewa News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा (Rewa) स्थित  संजय गांधी अस्पताल (Sanjay Gandhi Hospital) से सोमवार को बहुत ही शर्मसार करने वाली खबर सामने आई. दरअसल, सुबह करीब 11:00 बजे रीवा के संजय गांधी अस्पताल परिसर में दो कुत्ते एक नवजात बच्ची का शव खाते हुए नजर आए. यह दृश्य देखकर अस्पताल में हड़कंप मच गया. सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल कुत्तों को भगाया और मामले की जानकारी अस्पताल प्रबंधन को दी. अस्पताल प्रबंधन ने नवजात बच्ची के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम रूम में सुरक्षित रखवाया और पुलिस को मामले की जानकारी दी.

गायनी वार्ड में बच्ची की हुई थी मौत

जांच के दौरान अस्पताल प्रशासन को पता चला कि रविवार को गायनी वार्ड में एक बच्ची का जन्म हुआ था. डॉक्टरों की जांच में पता चला कि नवजात को गंभीर हृदय रोग था. इलाज के सभी प्रयासों के बावजूद बच्ची ने जन्म के एक घंटे बाद दम तोड़ दिया.

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परिवार ने शव को दबाया, कुत्तों ने निकाला बाहर

अस्पताल प्रशासन के अनुसार, परिवार ने बच्ची की मौत के बाद बिना अस्पताल को सूचित किए, परिसर के अंदर ही शव को जमीन में दबा दिया. आज सुबह कुत्तों ने शव को जमीन से निकाल लिया, जिससे यह घटना सामने आई.

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परिवार ने की शव की पहचान

संजय गांधी अस्पताल के सीएमओ डॉक्टर रत्नेश त्रिपाठी ने बताया कि परिवार ने स्वीकार कर लिया है कि शव उन्हीं की बच्ची का था. उन्होंने बताया कि मामले को पुलिस को सौंप दिया गया है. इसके साथ ही पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच में जुट गई है. यह पता लगाया जा रहा है कि परिवार ने अस्पताल परिसर के अंदर शव को क्यों दफनाया और इस तरह की लापरवाही कैसे हुई.

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सीएमओ ने घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण

सीएमओ डॉक्टर त्रिपाठी ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले को पुलिस को सौंप दिया गया है और अस्पताल प्रशासन भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा.

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यह घटना अस्पताल प्रशासन और समाज दोनों के लिए चिंताजनक है. पुलिस की जांच और कार्रवाई से यह उम्मीद की जा रही है कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकेगा.

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