सागर के मकरोनिया निवासी असद खान के द्वारा इस्लाम धर्म त्यागकर हिंदू धर्म अपनाकर अथर्व त्यागी बनने के मामले में नया मोड़ आया है. आरोप है कि असद उर्फ अथर्व ने हिंदू धर्म की युवती से दूसरी शादी करने के इरादे से यह प्रपंच किया है, क्योंकि वह अपने समुदाय से बाहर अपनी पुरानी प्रेमिका से शादी करना चाहता है और उसमें वर्ग अड़चन ना बने ऐसा इसलिए किया है.
असद के ससुर ने किया खुलासा
दरअसल, असद उर्फ अथर्व त्यागी के ससुर यानी उनकी पत्नी के पिता शहजाद खान ने कैमरे के सामने आकर मामले को एक नया रूप दे दिया. उनका कहना है कि शादी के डेढ़ साल बाद ही दामाद असद के परिवार के लोग हमारी बेटी की दूसरी शादी करने का दबाव बनाने लगे थे, जिसकी वजह असद के दूसरे धर्म की लड़की से संबंध थे. इससे चलते उन्होंने यहां तक बोल दिया था कि बेटी की दूसरी शादी का पूरा खर्चा उठाने और इनकी शादी में जो 18-20 लाख का खर्च हुआ था वह भी वापस करने को तैयार थे. लेकिन हमारी बेटी का कहना था की शादी एक बार ही होती है.
प्लॉट बेचकर की शादी
शहजाद खान का कहना है कि नवंबर 2020 में उन्होंने अपनी बेटी की शादी अपने ही सगे भांजे असद से की थी. वह मजदूरी का काम करते हैं. इतनी हैसियत नहीं होने के बावजूद बेटी खुश रहे इसलिए प्लॉट बेचकर शादी की थी, लेकिन जब से दामाद असद के धर्म परिवर्तन की खबर सुनी है कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि क्या हो गया है.
क्या बोले स्थानीय नेता
इस पूरे मामले को लेकर स्थानीय नेता कपिल स्वामी कहना है कि एक पत्नी के होते हुए यह बात छिपाकर धर्म परिवर्तन करना किसी षड्यंत्र की ओर इशारा करता है. उनका कहना है कि असद से अथर्व त्यागी बने युवक की अगर यह मंशा है कि वह एक पत्नी के होते हुए किसी दूसरी धर्म में आकर किसी और शादी करे तो वह ऐसा कभी नहीं होने देंगे.
बता दें कि मकरोनिया निवासी 33 साल के असद ने बनारस में जाकर सनातन धर्म अपनाया था. उसका कहना था कि उसे मंदिरों में जाना अच्छा लगता था. इसलिए ऐसा किया. अलग-अलग मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधियों से हुई बात में उसने इस बात को भी कहा था कि उसकी शादी नहीं हुई है, लेकिन जब उसकी परिजनों को पत्नी के मायके वालों को जानकारी लगी तो उनके होश उड़ा गए और इसके बाद असद की सच्चाई लाने के लिए वह मीडिया के सामने आए हैं.