Mahant Shankar Sharan Maharaj Death: मध्य प्रदेश के सागर जिले के रुरावन गांव में गुरुवार सुबह एक बड़ा मामला सामने आया, जहां भीमकुंड के महंत शंकर शरण महाराज ने कथित रूप से ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली. उन्हें गंभीर हालत में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.
महंत के भाई ने लगाए गंभीर आरोप
महंत के भाई धर्मेंद्र दुबे ने एक महिला और दो पुरुष नारायण आचार्य और कमलनयन पर प्रताड़ना और ब्लैकमेलिंग के गंभीर आरोप लगाए हैं.भाई का कहना है कि मृतक महंत छतरपुर जिले के भीमकुंड में महंत थे. उनके आश्रम में काम करने वाली एक महिला का एक शिक्षक से प्रेम संबंध था. विवाद की शिकायत समिति के सामने आई, जिसके बाद शपथ पत्र देकर मामले का निराकरण किया गया था. इसी के बाद आरोपितों ने महंत को धमकाना शुरू किया.
1 करोड़ रुपए और पद छोड़ने का दबाव
परिजनों के अनुसार नारायण आचार्य, जो पहले भीमकुंड समिति के अध्यक्ष रह चुके हैं और बाद में पद से हटाए गए थे, दोबारा अध्यक्ष बनना चाहते थे. इस कारण वे महंत को महिला अपराध में झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रहे थे. आरोप है कि तीनों आरोपित महंत से उनके पद से इस्तीफे के साथ-साथ 1 करोड़ रुपये की मांग भी कर रहे थे.
महंत के भाई ने बताया कि बुधवार देर रात उन्हें महिला का एक वीडियो भेजा गया, जिसमें वह महंत पर हाथ पकड़ने का आरोप लगा रही थी. इसी आधार पर महिला ने छतरपुर महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई थी.
विष पीने की बात कहकर हुए बेहोश
रुरावन मंदिर के पुजारी भागीरथ ने बताया कि सुबह महंत मंदिर आए, गले लगकर बोले कि मैंने ज़हर पी लिया है. इसके बाद वे अपने कमरे में गए और अचानक गिर पड़े.महंत को पहले बंडा अस्पताल ले जाया गया, फिर जिला अस्पताल होते हुए बीएमसी पहुंचाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
पुलिस करेगी आरोपों की जांच
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव पंचनामा तैयार किया. अब पुलिस आत्महत्या के पीछे की परिस्थितियों, वीडियो, वित्तीय दबाव और आरोपितों की भूमिका की जांच करेगी. पुलिस ने कहा कि आरोप बेहद गंभीर हैं और हर पहलू की जांच की जा रही है.
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