MP: डॉक्टर पर FIR दर्ज कराने धरने पर बैठे BJP के विधायक, पुलिस ने नहीं सुनी तो लिख दिया इस्तीफा, जानें पूरा मामला 

MP News: मध्य प्रदेश के सागर जिले के देवरी से भाजपा विधायक एक पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए केसली थाने पहुंचे, लेकिन पुलिस की कार्य प्रणाली देख इतने खफा हो गए कि उन्होंने इस्तीफा लेटर ही लिख दिया. आइए जानते हैं पूरा माजरा क्या है? 

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के सागर जिले के देवरी से भाजपा विधायक एक पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए थाना परिसर में ही धरने पर बैठ गए, पीड़ित परिवार और समर्थकों के साथ धरने पर बैठे भाजपा विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने थाना प्रभारी से पीएम रिपोर्ट सौंपने के एवज में रिश्वत मांगने वाले डॉक्टर दीपक दुबे पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की. लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी.  डॉक्टर पर एफआईआर नहीं की गई तो नाराज विधायक ने थाना परिसर में ही बैठकर अपने लेटर हेड पर इस्तीफा लिख दिया. हालांकि मामला बढ़ता देख 4 घंटे के बाद पुलिस को FIR दर्ज करना पड़ गया.  

परिजनों ने डॉक्टर पर लगाया ये आरोप 

 पिछले महीने बुजुर्ग धनीराम को सांप ने काट लिया था जिसे इलाज के दौरान बुजुर्ग की मौत हो गई थी, मृतक का केसली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर ने पीएम भी किया था, जिसके बाद डॉक्टर  पीएम रिपोर्ट परिजनों को नहीं दे रहा था.

परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने उनसे कहा है कि आर्थिक सहायता चार लाख रुपए मिले हैं. इनमें से 40 हजार दें. परिजन काफी परेशान हो रहे थे. जब डॉक्टर ने पीएम रिपोर्ट देने से मना कर दिया तो परिजन थाने में पहुंचे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. 

ये भी पढ़ें 

ग़रीबों की आवाज उठाने के लिए विधायक बना 

इसके बाद मृतक धनीराम के परिजन क्षेत्रीय भाजपा विधायक बृज बिहारी पटेरिया के पास  पहुंचे. उन्होंने पूरी बात विधायक को बताई.  विधायक ने तत्काल केसली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर दीपक दुबे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कही, लेकिन थाने में एफआईआर दर्ज नहीं की गई. जिससे विधायक नाराज होकर अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए. इस पूरे मामले में देवी से भाजपा विधायक बृज बिहारी पटेरिया का कहना है कि अगर सत्तादल के विधायक को धरना देना पड़े, इससे शर्मनाक बात कोई हो नहीं सकती. ऐसी विधायक कि मुझे नहीं करना है. मैं अपना पेट भरने के लिए विधायक नहीं बना मैं, जनता की बात करने के लिए विधायक बना हूं, गरीब लोगों की आवाज उठाने के लिए विधायक बना, अगर यही रवैया रहा तो मैं विधायकी से इस्तीफा दे दूंगा.

Advertisement

ये भी पढ़ें 

Topics mentioned in this article