RPF Police Khajuraho: कटनी जिले में एक दलित महिला और उसके पोते के साथ जीआरपी थाने में हुई हैवानियत की खबर को लेकर सरकार और विपक्ष में तलवारें खिंची है. विपक्ष जीआरपी थाने में दलित के साथ हुई मारपीट को लेकर सरकार को घेर रही है, लेकिन खुजराहो जिले में भी एक ऐसी ही वारदात ने झकझोड़ दिया है, जहां गलती से महिला डिब्बे में चढ़े दो भाईयों के साथ आरपीएफ पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्ण मारपीट का मामला सामने आया है.
छतरपुर-दादर सेंट्रल एक्सप्रेस में भीड़ होने के कारण महिला डिब्बे में चढ़ गए थे पीड़ित
रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को छतरपुर-दादर सेंटल एक्सप्रेस से कल्याण जंक्शन मुंबई के लिए सफर करने खजुराहो रेलवे स्टेशन से दो भाई क्रमशः अंकित शुक्ला पिता राज नारायण शुक्ला ट्रेन में भीड़ होने के कारण महिला डिब्बा में बैठ गए. थोड़ी देर बाद चेकिंग के लिए वहां आए आरपीएफ जवानों ने दोनों भाईयों को ट्रेन से नीचे दिया और अपने साथ थाने ले गए.
महिला बोगी के उतारकर RPF पुलिस के जवानों ने थाने लेकर पीड़ितों को दमभर पीटा
बताया जाता है कि पीड़ित दोनों भाईयों को ट्रेन से उतारकर थाने ले जाकर आरपीएफ पुलिस के जवानों ने लाठी-डंडों से दोनों भाईयों को बर्बरता से मारपीट की और इस मारपीट में अंकित शुक्ला का हाथ टूट गया. यही नहीं, मारपीट में पीड़ित का हाथ,पैर और नाक में गंभीर चोटें भी आईं.
अवैध टिकट पैसेंजर के साथ मारपीट का अधिकार GRP-RPF पुलिस को किसने दिया?
सवाल है कि जीआरपी और आरपीएफ पुलिस को किसने अधिकार दिया है कि वो मारपीट करें.कटनी और खजुराहों दोनों मामलों में जीआरपी और आरपीएफ पुलिस अर्थदंड लगाकर छोड़ सकती थी. आरपीएफ पुलिस के पास अवैध यात्रा कर रगहे पैसेंजर केस दर्ज करने का अधिकार था, फिर मारपीट की नौबत क्यों आई. आरपीएफ को यह अधिकार किसने दिया?
कटनी GRP थाने ने दलित महिला व नाबालिग के साथ मारपीट का वीडिया हुआ वायरल
गौरतलब है बुधवार को सोशल मीडिया पर मारपीट का एक ऐसा ही वीडियो सामने आया, जो देखते ही देखते वायरल हो गया. वायरल वीडियो में जीआरपी थाने में तैनात एक महिला दरोगा को एक दलित महिला और उसके पोते के साथ बेहरमी से पीटती हुई दिख रही है. बाद जीआरपी थाने में तैनात पुलिसकर्मी भी दोनों के साथ मारपीट करते हुए दिखते हैं.
वायरल वीडियो में दिखी जीआरपी थाने में महिला थानाधिकारी और जवानों की दरिंदगी
मामला कटनी जिले का था. जीआरपी थानाधिकारी और पुलिसकर्मी की हैवानियत की शिकार हुई महिला और उसके 15 वर्षीय नाबालिग पोते के साथ हुई मारपीट का वीडियो हालांकि एक साल पुराना है, लेकिन मामले पर कांग्रेस ने मोहन सरकार को घेरा है. पूर्व सीएम कमलनाथ ने वीडियो ट्वीट करते हुए सरकार पर तंज कसा है.
साल भर पुरानी घटना का वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी थानाधिकारी को हटाया गया
हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद कटनी पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन एनडीटीवी के साथ एक्सक्लूजिव बातचीत की और बताया कि मामला उनके संज्ञान आते ही जांच के आदेश दे दिए गए हैं और दलित महिला और उसके पोते के साथ निर्दयतापूर्ण मारपीट करने वाली आरोपी थानाधिकारी को वहां से हटा दिया गया है.
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