लापरवाही ने ली मासूम की जान! सफाई में मिला नवजात का अधजला शव; संजय गांधी अस्पताल में लगी थी आग 

रीवा के संजय गांधी अस्पताल से सामने आई Rewa Hospital Fire की घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है. ऑपरेशन थिएटर में आग लगने के बाद सफाई के दौरान Newborn Burnt Body Found होने से MP Hospital Negligence पर सवाल उठे हैं.

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Newborn Burnt Body Found: मध्य प्रदेश के रीवा के संजय गांधी अस्पताल से सामने आई यह घटना दिल दहला देने वाली है. ऑपरेशन थिएटर में आग लगने के बाद जब हालात सामान्य हुए और सफाई शुरू हुई, तब जो सामने आया, उसने हर किसी को सन्न कर दिया. सफाई के दौरान एक अधजले नवजात का शव मिला, जिसने अस्पताल की कार्यप्रणाली और लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए.

ओटी में लगी आग से मचा था हड़कंप

दरअसल, यह मामला रीवा के संजय गांधी अस्पताल के गायनी वार्ड के ऑपरेशन थिएटर का है. यहां रविवार को अचानक आग लग गई थी. अस्पताल प्रबंधन ने उस समय आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई थी और दावा किया था कि इस घटना में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है.

सफाई के दौरान मिला नवजात का शव

आग बुझने के बाद जब ऑपरेशन थिएटर की सफाई की जा रही थी, तभी वहां एक नवजात का अधजला शव मिला. यह दृश्य सामने आते ही अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया. कर्मचारियों से लेकर मरीजों के परिजनों तक, सभी सकते में आ गए.

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अस्पताल प्रबंधन की सफाई

इस मामले में अस्पताल प्रबंधन ने अपनी तरफ से सफाई पेश की है. प्रबंधन का कहना है कि जब आग लगी, उस समय ऑपरेशन थिएटर में एक डिलीवरी का ऑपरेशन चल रहा था. बच्चे का जन्म मृत अवस्था में हुआ था और प्रसूता को टांके लगाए जा रहे थे.

अफरा-तफरी में रह गया बच्चा

अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, आग लगते ही ऑपरेशन थिएटर में अफरा-तफरी मच गई. प्राथमिकता के तौर पर प्रसूता को सुरक्षित बाहर निकाला गया. इसी जल्दबाजी और हड़बड़ी के माहौल में नवजात का शव वहीं पास में ही रह गया, जिस पर किसी का ध्यान नहीं गया.

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पहले इनकार, फिर बदली कहानी

आग लगने के तुरंत बाद अस्पताल प्रशासन ने किसी भी तरह की अनहोनी से साफ इनकार किया था. लेकिन जब सफाई के दौरान नवजात का अधजला शव मिला, तो मामला दोबारा गरमा गया. इसके बाद प्रबंधन ने अपनी नई सफाई सामने रखी. हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने घटना को परिस्थितिजन्य बताया है, लेकिन अपनी किसी भी तरह की गलती मानने से इनकार किया है. इस पूरे मामले ने एक बार फिर सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा, जिम्मेदारी और संवेदनशीलता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

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प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को कुछ पता नहीं

इस मामले में जब प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला से पूछा गया, तो उनका कहना था कि मुझे कोई जानकारी नहीं है, प्रबंधन से जब मैंने बात की थी, तब ऐसी कोई बात सामने नहीं आई. मैं इस पूरे मसले पर प्रबंधन से बात करूंगा. प्रबंधन से बात करने के बाद, उचित निर्णय किया जाएगा. जबकि अस्पताल के अधीक्षक राहुल मिश्रा ने बच्चों के मौत की पुष्टि कर दी है.