Religious Conversion: सिंधिया के क्षेत्र गुना में चल रहा था कथित धर्मांतरण का खेल, हिन्दूवादी संगठनों ने पहुंचवा दिया सलाखों के पीछे

Right to Religion in India: हिंदूवादी संगठन के लोगों ने आरोप लगाया कि जिले के रुठियाई कस्बे के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में लंबे समय से एक दंपत्ति यहां रहने वाले सहरिया जाति के लोगों को लालच देकर धर्मान्तरण करा रहे थे.

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Forced Religious Conversion: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के चुनावी क्षेत्र गुना (Guna) जिले के रुठियाई क्षेत्र में सहरिया आदिवासियों को कथित रूप से लालच देकर धर्मान्तरण कराने का मामला सामने आया है. यहां पड़ोसी राज्य राजस्थान (Rajasthan) के बारां जिले से आए दंपत्ति द्वारा रुठियाई के ग्रामीण क्षेत्र में वनवासी सहरिया समाज के लोगों को कथित रूप से लालच और बरगला कर धर्मान्तरण करा रहे थे. मामले की जानकारी हिन्दूवादी संगठनों को लगने पर उन्होंने दंपत्ति को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया, जिसके बाद धरनावदा थाने में आरोपी दंपत्ति सहित पांच लोगों पर धर्मांतरण कानून के तहत कार्रवाई की गई.

हिंदूवादी संगठन के लोगों ने आरोप लगाया कि जिले के रुठियाई कस्बे के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में लंबे समय से एक दंपत्ति यहां रहने वाले सहरिया जाति के लोगों को लालच देकर धर्मान्तरण करा रहे थे. आरोप है कि ये लोग आदिवासियों के गांवों में जाकर कहते थे कि भगवान यीशु ही हमें पालते हैं. उनकी पूजा करने से सभी दुख, दर्द दूर होते हैं. आरोप के मुताबिक ये दंपत्ति ग्रामीण क्षेत्रों में सहरिया आदिवासी लोगों को एकत्रित कर प्रभु ईशु के भजन कराए जाते थे. शिकायतकर्ता के मुताबिक यह दंपत्ति पड़ोसी राज्य राजस्थान के बारां जिले के रहने वाले हैं. चूंकि रुठियाई से दस किमी दूर से राजस्थान की सीमा शुरू हो जाती है. गौरतलब है कि इसके पूर्व जिले के बमोरी क्षेत्र के ग्राम मोहनपुर खुर्द में भी धर्मान्तरण का मामला सामने आया था. सूत्रों की मानें, तो जिले के आदिवासी क्षेत्रों में बड़े स्तर पर धर्मान्तरण का खेल चल रहा है.

ऐसे कराया जा रहा था धर्मांतरण

इस मामले में पुलिस ने बताया कि फरियादी चरण सिंह पुत्र मदनलाल आदिवासी निवासी ग्राम सारस हेला थाना धरनावदा जिला गुना द्वारा धरनावदा थाना पुलिस को रिपोर्ट करते हुए बताया कि 22 सितंबर की सुबह उसे जानकारी मिली कि उसके गांव के बालमुकुंद आदिवासी के घर पर हिन्दू धर्म के लोगों का हिन्दू धर्म से ईसाई धर्म में धर्मान्तरण कराया जा रहा है. इस जानकारी के मिलते ही उसके द्वारा इसकी सूचना हिन्दू संगठन के लोगों को दी, जिस पर रुठियाई से हिन्दू संगठन की टीम के सारस हेला पहुंचने पर हम लोगों द्वारा बालमुकुंद आदिवासी के घर पहुंचकर देखा, तो वहां पर बालमुकुंद आदिवासी, सावित्रीबाई आदिवासी और पिंकी आदिवासी समेत आदिवासी समाज के भोले-भाले लोगों को ईसाई धर्मग्रंथ देकर घर के अंदर भेज रहे थे. जहां पर ईसाई धर्म प्रचारक संजय साइमन और मंजू साइमन निवासीगण बापची ने उन्हें पैसे व गिफ्ट देने का प्रलोभन देकर और दीपक जलाकर व प्रार्थना करवाकर उनका हिन्दू धर्म से ईसाई धर्म में धर्मान्तरण करवाया जा रहा था.

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पुलिस ने धर्मान्तरण के इस मामले से जुड़े आरोपी राजस्थान के बारां निवासी संजय पुत्र भरत कुमार साइमन, मंजू पत्नी संजय साइमन समेत बापची निवासी बालमुकुंद पुत्र खेमचंद आदिवासी, सावित्रीबाई पत्नी रघुवीर आदिवासी निवासीगण और पिंकी पत्नी माखन सहरिया निवासी ग्राम कलोरा थाना फतेहगढ़ जिला गुना के विरुद्ध धरनावदा थाने में अप.क्र. 298/24, म.प्र. धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम की धारा 3, 5 और एससी एसटी एक्ट की धारा 3(2)(व्हीए) के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया. प्रकरण में सभी पांचों आरोपियों को हिरासत में लेकर पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है. 

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