Bhopal News in Hindi: कांग्रेस से BJP में शामिल हुए वरिष्ठ विधायक रामनिवास रावत ()को मंत्री बनने के बाद तक़रीबन दो हफ़्तों के इंतज़ार के बाद उन्हें विभाग दे दिया गया है. वरिष्ठ विधायक और मंत्री रामनिवास रावत को वन और पर्यावरण विभाग की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है. इससे पहले मंत्री नागर सिंह चौहान के पास वन विभाग की ज़िम्मेदारी थी. उनसे वो ज़िम्मेदारी लेते हुए रामनिवास रावत को सौंपी गई है, जिसके बाद अब सिर्फ अनुसूचित जाति कल्याण विभाग ही नागर सिंह चौहान के पास है. मध्य प्रदेश सरकार ने राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशित कर रामनिवास रावत को वन और पर्यावरण विभाग मंत्रालय की ज़िम्मेदारी सौंपने की जानकारी दी है.
विजयपुर सीट से 6 बार के विधायक हैं रावत
अब रामनिवास रावत को मिलाकर डॉ. मोहन के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्रियों की संख्या 19 हो गई है. इसके साथ ही मोहन कैबिनेट में अब दो डिप्टी सीएम और दस राज्यमंत्री है. रामनिवास रावत के BJP में शामिल होने के साथ ही तय माना जा रहा था कि उनकी वरिष्ठता को देखते हुए BJP उनको मंत्री तो ज़रूर बनाएगी. साथ ही वरिष्ठता के आधार पर महत्वपूर्ण मंत्रालय की ज़िम्मेदारी भी देगी, बता दें कि रामनिवास रावत श्योपुर की विजयपुर सीट से छह बार के विधायक रह चुके हैं.
कांग्रेस के विधायक पद से इस्तीफे की दी जानकारी
मंत्री बनने के पहले उनका कांग्रेस के विधायक पद से इस्तीफ़ा न देना भी चर्चाओं में रहा है. हालांकि, मंत्री बनने के बाद रामनिवास रावत ने सोशल मीडिया के ज़रिए यह जानकारी दी कि मंत्री पद की शपथ लेने की 4 दिन पहले ही वो विधानसभा में अपना इस्तीफ़ा सौंप चुके थे. विधानसभा सचिवालय के पास जानकारी पहुंची, उसके बाद विजयपुर सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया, जिस पर उपचुनाव आयोजित आने वाले दिनों में किए जाएंगे.
रावत के आने से भाजपा को हुआ फायदा
माना जा रहा है कि उपचुनाव के दौरान BJP रामनिवास रावत को एक बार फिर से विजयपुर सीट से उम्मीदवार के रूप में उतारेगी. रामनिवास रावत के BJP में आने के बाद BJP को राजनीतिक और क्षेत्रीय समीकरण दोनों ही लिहाज़ से फ़ायदा मिला है. रामनिवास रावत ग्वालियर चम्बल से आते हैं, जहां BJP लगातार अपनी पैठ मज़बूत करने में जुटी हुई है. इसके साथ ही रावत OBC वर्ग का एक क़द्दावर चेहरा भी माने जाते हैं.
रावत दिग्विजय सरकार में भी रह चुके हैं मंत्री
ख़ास बात ये है कि रामनिवास रावत दिग्विजय सरकार में भी मंत्री पद की ज़िम्मेदारी संभाल चुके हैं. अब BJP की सरकार में वन और पर्यावरण मंत्री की ज़िम्मेदारी संभालते हुए नज़र आएंगे. विधानसभा चुनावों के बाद से ही लगातार रामनिवास रावत कांग्रेस पार्टी से नाराज़ चल रहे थे. उनकी वरिष्ठता के आधार पर उन्हें नेता प्रतिपक्ष न बनाए जाने को लेकर भी समय-समय पर उनकी नाराज़गी निकलकर सामने आई थी. इसी कड़ी में लोकसभा चुनाव के पहले रामनिवास रावत ने BJP का दामन थामा और इसके बाद BJP ने उनको बड़ी ज़िम्मेदारी दी है.
दो बार ली मंत्री पद की शपथ
हालांकि, रामनिवास रावत की शपथ भी अपने आप में एक चर्चा का विषय रही थी. मोहन सरकार के दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार में उन्होंने अकेले मंत्री पद की शपथ ली थी. हालांकि, 15 मिनट के अंदर ही दो बार उन्हें शपथ लेनी पड़ी, क्योंकि गलती से उन्होंने मंत्री की जगह राज्य मंत्री पर बोल दिया था, जिसके बाद राजभवन में उनके मंत्री पद को लेकर दोबारा शपथ दिलाई गई थी.
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कांग्रेस से आए 5 नेताओं को मिला मंत्री पद
हालांकि, रावत के मंत्री बनने के बाद BJP में अब कुल पांच ऐसे चेहरे हो गए हैं, जो कांग्रेस से आकर BJP में शामिल हुए और मंत्री बने हैं. प्रद्युमन सिंह तोमर, ऊर्जा विभाग की ज़िम्मेदारी संभाल रहे हैं. वहीं, एदल सिंह कसाना के पास कृषि विभाग की ज़िम्मेदारी है. इसके अलावा तुलसी सिलावट मोहन कैबिनेट में जल संसाधन मंत्री हैं, तो गोविंद सिंह राजपूत खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की ज़िम्मेदारी संभाल रहे हैं.
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