Strange Decree: दलित के घर खाना खाया तो पंचायत ने बंद किया युवक का हुक्का-पानी, शुद्धिकरण के लिए सुनाया अजीबोगरीब फरमान

Raisen Panchayat Strange Decree: ग्राम पंचायत पिपलिया पुआरिया निवासी भरत राज धाकड़ का अपराध सिर्फ इतना था कि उसने एक दलित परिवार के घर खाना कर लिया. फिर क्या था दलित के घर भोजन करने का वीडियो वायरल हो गया. पंचायत को खबर लगी और युवक का सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
RAISEN VILLAGE COUNCIL CUT OFF SOCIAL TIES YOUTH WHO ATE FOOD AT DALIT'S FAMILY HOME

Untouchability: रायसेन जिले में दलित के घर भोजन करने के लिए पंचायत ने एक युवक का हुक्का-पानी बंद कर दिया है. डिजिटल इंडिया के समय में छुआछूत को लेकर पंचायत द्वारा सुनाया फरमान चर्चा का विषय बन गया है. चौंकाने वाला यह फरमान स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के निर्वाचन क्षेत्र उदयपुराकी पंचायत से जारी किया गया है.

ग्राम पंचायत पिपलिया पुआरिया निवासी भरत राज धाकड़ का अपराध सिर्फ इतना था कि उसने एक दलित परिवार के घर खाना कर लिया. फिर क्या था दलित के घर भोजन करने का वीडियो वायरल हो गया. पंचायत को खबर लगी और युवक का सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया.

ये भी पढ़ें-नया फरमान, कुत्तों के बाद टीचर्स को मिली अब सांप-बिच्छु भगाने की जिम्मेदारी, शिक्षक बोले-हमें उनसे कौन बचाएगा?

‘शुद्धिकरण' के लिए युवक को पूरे गांव को भोज कराने का फरमान सुनाया

रिपोर्ट के मुताबिक पंचायत ने दलित के घर भोजन करने के लिए भरत राज धाकड़ परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया है और ‘शुद्धिकरण' के लिए गंगाजल पूजा और पूरे गांव को भोज कराने का फरमान सुनाया है. दिलचस्प यह है कि क्षेत्रीय विधायक और मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कुछ दिनों पहले दलित परिवार के घर भोजन कर समरसता का संदेश दिया था. 

पंचायत के फरमान के खिलाफ जिला कलेक्टर ऑफिस पहुंच गया पीड़ित

पंचायत के अजीबोगरीब फरमान के खिलाफ पीड़ित जिला कलेक्टर ऑफिस पहुंचा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यकर्ता भरत राज धाकड़ ने कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा से आपबीती सुनाई. कलेक्टर ने पंचायत के फैसलों पर एतराज जताते हुए कहा कि सामाजिक कुरीतियों को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

Advertisement

ये भी पढ़ें-Lady Constable: मेट्रोमोनियल साइट पर दुल्हा ढूंढ रही लेडी कांस्टेबल को मिला धोखा, डाक्टर की प्रोफाइल से निकला हैवान!

दिलचस्प यह है कि क्षेत्रीय विधायक और मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कुछ दिनों पहले दलित परिवार के घर भोजन कर समरसता का संदेश दिया था. हुक्का-पानी बंद करने वाली पंचायत ने युवक के ‘शुद्धिकरण' के लिए गंगाजल पूजा और पूरे गांव को भोज कराने का फरमान भी सुनाया है.

अभी भी जातिवाद- छुआछूत की बेड़ियों से बाहर नहीं आ सका है समाज

गौरतलब है पूर्व में भी ऐसे ही मामलों को लेकर गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन समाज अभी भी जातिवाद और छुआछूत की बेड़ियों से बाहर नहीं आ सकता है. सवाल है कि, क्या सचमुच हम 21वीं सदी में जी रहे हैं. क्या दशकों बाद भी समाज सामंती सोच से बाहर नहीं निकल सका है. 

Advertisement

ये भी पढ़ें-पहला मामला, लव जिहाद का शिकार हुआ युवक, शुभम गोस्वामी से बना था अमन खान, अब करेगा 'घर वापसी'