Rarest Disease Patients: दुनियाभर में दुर्लभ बीमारी के रूप में शुमार प्रोजेरिया (Progeria) ने मध्य प्रदेश में दस्तक दे चुकी है. मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में चार ऐसे मरीज मिले हैं, जिनमें प्रोजेरिया यानी हचिंसन-गिलफोर्ड प्रोजेरिया सिंड्रोम (HGPS) के लक्षण नजर आ रहे हैं. जिले में प्रोजेरिया के लक्षण वाले युवा युवावस्था में बूढ़े नजर आ रहे हैं.
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रयसेन जिले के ग्राम सालेरा में दुर्लभ बीमारी के लक्षण वाले चार मरीज दिखे
गौरतलब है दुनिया में अभी प्रोजेरिया बीमारी से 500 बच्चे ग्रस्त है. रायसेन के ग्राम सालेरा में इस बीमारी जैसे लक्षण वाले मिले चार बच्चों में से एक की मौत हो चुकी है, जबकि पीड़ित तीन युवा युवा अवस्था में बुढ़ापे जैसा दर्द सहने को मजबूर हैं. आनुवंशिक बीमारी प्रोजेरिया से ग्रसित रायसेन जिले के युवा जवानी में बूढे दिखाई देते हैं.
आनुवांशिकी बीमारी प्रोजेरिया के लक्षण वाले तीनों युवा ही परिवार से हैं
रिपोर्ट के मुताबिक रायसेन जिले के सालेरा गांव में प्रोजेरिया के लक्षण वाले चार बच्चे मिले हैं, इनमें तीन बच्चे एक ही परिवार के हैं, जिनमें से एक की मौत हो चुकी है. वहीं, गांव की एक युवती भी इसी बीमारी की चपेट में बताई जा रही है. सालेरा गांव में फिलहाल कुल 4 बच्चों में प्रोजेरिया नामक बीमारी के लक्षण सामने आ चुके हैंं.
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करण सिंह बैरागी के कुल 3 बेटियां प्रोजेरिया बीमारी के लक्षण से ग्रसित
सालेरा गांव के करण सिंह बैरागी के कुल 3 बेटियां प्रोजेरिया बीमारी के लक्षण से ग्रसित हैं. इनमें 22 वर्षीय बेटी सुनीता, 18 वर्षीय राजकुमारी और 15 वर्षीय रोशनी शामिल हैं. बैरागी की तीनों बेटियों उम्र से युवा हैं, लेकिन शरीर में उनका बूढ़ा हो रहा है. बताया जाता है कि बैरागी का छोटा भाई राजकुमार 7 साल की उम्र में बीमारी के कारण दम तोड़ चुका है.
बीमारी में ग्रसित मरीज के शरीर की कोशिकाएं जल्दी बूढ़ी होने लगती हैं
उल्लेखनीय है दुर्लभ आनुवांशिक बीमारी में शुमार प्रोजेरिया एलएमएनए जीन में प्यूटेशन के कारण होती है. इससे शरीर की कोशिकाएं जल्दी बूढ़ी होने लगती हैं. जन्म के कुछ समय बाद बच्चों में चेहरे और शरीर पर झुर्रियां, बाल झड़ना, खाल ढीली होना जैसी समस्या दिखने लगती हैं.