Mauganj Hindi News: मऊगंज जिले में मूसलधार बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हनुमना जनपद अंतर्गत ढाबा तिवारियान गांव में लगातार बारिश के चलते 47 से अधिक परिवारों के आशियाने पूरी तरह से जमींदोज़ हो गए. मिट्टी के कच्चे घरों के साथ-साथ लोगों का घरेलू सामान, अनाज, बर्तन, कपड़े और राशन तक तबाह हो चुका है. गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई. बारिश के कहर के कारण कई परिवार अब खुले आसमान के नीचे रातें गुजारने को मजबूर हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि ना कोई पूर्व चेतावनी मिली, ना ही प्रशासनिक अमला समय पर पहुंचा. स्थिति बिगड़ने के बाद जब जिला कलेक्टर को सूचना दी गई तब प्रशासन हरकत में आया. अब प्रभावित परिवारों को ग्राम पंचायत भवन और स्कूलों में शिफ्ट किया गया है, जहां भोजन और पानी की अस्थायी व्यवस्था की गई है. स्थायी पुनर्वास को लेकर अब तक कोई ठोस योजना सामने नहीं आई है. वहीं, कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में राहत और बचाव कार्य जारी है.
यह केवल एक गांव की त्रासदी नहीं, बल्कि मऊगंज जिले की आपदा प्रबंधन व्यवस्था पर बड़ा सवाल है. हर बार की तरह इस बार भी सरकार के "आपदा राहत तंत्र" की पोल खुल गई है. ना सर्वे, ना मुआवज़ा, और ना ही कोई पुनर्निर्माण योजना. प्रशासनिक दावों और जमीनी सच्चाई के बीच फंसे इन गरीब परिवारों की सुध कौन लेगा? जब तक जवाबदेही तय नहीं होगी, हर बरसात इन गांवों में तबाही की दास्तान ही लिखती रहेगी.
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