Job Fraud: रेलवे में फर्जी नियुक्ति के आदेश, गिरोह का मास्टरमाइंड गिरफ्तार

Fake Railway Recruitment: ये गिरोह 3 से 5 लाख रुपए लेकर फर्जी नियुक्ति-पत्र देकर लोगों को ठगता था. विक्रम के खिलाफ मंदसौर कोतवाली में भी रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का प्रकरण दर्ज है. तब भी इसके 2 साथी पकड़ाए थे और वह फरार हो गया था.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Railway Recruitment Racket: रतलाम पुलिस (Ratlam Police) ने शहर में रेलवे मंडल (Railway Division) के फर्जी नियुक्ति (Fake Appointments Order) आदेश बनाने वाले गिरोह के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. ढाई माह पहले भी पुलिस ने रेलवे में नौकरी दिलाने वाले 2 आरोपी पकड़े थे, जबकि गिरोह का मास्टर माइंड पुलिस को चकमा दे रहा था. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक (Ratlam SP) के द्वारा आरोपी पर 10,000 रुपये का ईनाम घोषित किया गया था.

क्या है मामला?

इसी साल एक अक्टूबर को स्टेशन रोड़ पुलिस थाना के द्वारा पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के ग्रुप C एवं ग्रुप D एवं TTE के पद के फर्जी नियुक्ति आदेश जारी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर कैसल होटल से दो आरोपी बिमलेन्द्र मिश्रा निवासी शहडोल एवं प्रकाश लोदी निवासी पन्ना को गिरफ्तार किया गया था और आरोपियों से फर्जी दस्तावेज तैयार करने की सामग्री, लैपटॉप और फ़र्ज़ी रेलवे भर्ती के नियुक्ति आदेश भी जप्त किये गये थे. जांच के बाद स्टेशन रोड़ पर धारा 318,340(2),336(4),338,BNS पंजीबद्ध किया गया था.

आरोपियों से सकती से पूछताछ करने पर पता चला कि रेलवे भर्ती बोर्ड रतलाम मंडल के फ़र्ज़ी दस्तावेज़ विक्रम बाथव निवासी वरदान नगर रतलाम के साथ मिलकर तैयार किए गए हैं. आरोपी विक्रम बाथव गिरोह का सरगना था जो उसके घर से फरार हो गया था. 

आरोपी विक्रम बाथव की गिरफ्तारी हेतु एसपी रतलाम अमित कुमार के द्वारा 10,000 रुपये का ईनाम घोषित किया गया और आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया गया था. इस मामले में थाना प्रभारी स्टेशन रोड़ निरीक्षक स्वराज डाबी एवं उप निरीक्षक प्रेमसिंह हटीला के नेतृत्व में टीम भी लगाई गई थी. इस टीम के द्वारा फरार आरोपी विक्रम बाथव को दिनांक 19 दिसंबर 2024 की रात को गिरफ्तार किया गया. अब उससे रेलवे के भर्जी नियुक्ति आदेश तैयार करने के संबंध में पूछताछ की जा रही है.

पहले ये एक्शन हो चुका है?

इससे पहले फर्जी नियुक्ति-पत्र देकर ठगी करने के मामले में एसटीएफ ने (स्पेशल टॉक्स फोर्स) 2020 में भी विक्रम को गिरफ्तार किया था. साथ ही प्रकाश लोधी, वासुदेव मोहने, प्रवीण बडोदे उर्फ जितेंद्र ठाकुर व मदन गुर्जर को भी पकड़ा था. शिकायत राधेश्याम लोहवंशी ने की थी.

Advertisement

यह भी पढ़ें : Railway Jobs 2024: रेलवे में 190 पदों पर होगी भर्ती, यहां देखें पूरी जानकारी

यह भी पढ़ें : Crime: रतलाम की वाइन शॉप में लूट व मारपीट, शराब और पैसे लेकर बदमाश फरार, पुलिस जांच में जुटी

यह भी पढ़ें : एक लाख किसानों को सोलर पंप... CM मोहन ने कहा- 2030 तक MP अपनी आधी बिजली सौर ऊर्जा से प्राप्त करेगा

Advertisement

यह भी पढ़ें : MPPSC Student Protest: इंदौर में छात्र आमरण अनशन पर, जानिए क्या है मांगे...