अफसरों पर झोलाछाप डॉक्टरों का रुतबा भारी ! CM के आदेश को भी हवा में उड़ाया 

Ashok Nagar News in Hindi : मोहन सरकार ने गांव-गांव और गली-गली में बिना पढ़ाई और अनुभव के क्लिनिक चलाने वाले झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं. इस संबंध में सभी कलेक्टर और CMHO को पत्र लिखकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.

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अफसरों पर झोलाछाप डॉक्टरों का रुतबा भारी ! CM के आदेश को भी हवा में उड़ाया 

MP News in Hindi : मोहन सरकार ने गांव-गांव और गली-गली में बिना पढ़ाई और अनुभव के क्लिनिक चलाने वाले झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं. इस संबंध में सभी कलेक्टर और CMHO को पत्र लिखकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. हालांकि, अशोकनगर जिले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस आदेश को लेकर गंभीर नहीं दिख रहे हैं, और झोलाछाप डॉक्टरों के सामने बेबस नजर आ रहे हैं. आलम ऐसा है कि अब तक झोलाछाप डॉक्टरों पर किसी तरह का एक्शन होता दिखाई नहीं दे रहा है. यही नहीं, ऐसे डॉक्टर धड़ल्ले से आमजन और मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करते नजर आ रहे हैं.

अधिकारियों पर झोलाछाप डॉक्टर भारी

मुख्यमंत्री के आदेश के बाद, मुंगावली चीफ Block Medical Officer (BMO) अजय जाटव ने मुंगावली शहर में पूरन कुशवाह की तरफ से डिजिटल हेल्थ केयर कॉरपोरेशन के बैनर तले चलाए जा रहे प्राइवेट क्लिनिक पर कार्रवाई की थी. BMO ने इस क्लिनिक को सील कर दिया और पूरन कुशवाह को नोटिस जारी कर दो दिनों में दस्तावेज पेश करने को कहा था... लेकिन चार दिन बीत जाने के बावजूद, BMO को कोई दस्तावेज प्राप्त नहीं हुए हैं और अधिकारियों ने किसी अन्य झोलाछाप डॉक्टर पर कोई कार्रवाई नहीं की है.

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व्यस्तता का बहाना बना रहे अधिकारी

अशोकनगर जिले में झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई केवल मुंगावली ब्लॉक में ही सीमित रही. जब BMO डॉ. अजय जाटव से इस मामले में जानकारी चाही गई, तो उन्होंने व्यस्तता का बहाना बनाते हुए अस्पताल में मरीजों की संख्या और इलाके में डायरिया के मरीजों का हवाला दिया. यह साफ है कि अशोकनगर जिले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.

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कैसे सच होगा मुख्यमंत्री का सपना ?

मुख्यमंत्री मोहन का सपना है कि प्रदेश भर के झोलाछाप डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई हो और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो. लेकिन अशोकनगर जिले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस आदेश को नजरअंदाज कर रहे हैं. सवाल उठता है कि आखिर कैसे मुख्यमंत्री का सपना साकार होगा, जब स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही और झोलाछाप डॉक्टरों का रुतबा भारी पड़ रहा है? ऐसे में अशोकनगर जिले में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और अधिकारियों की उदासीनता से यह साफ है कि सरकार के आदेशों का पालन नहीं हो रहा है.

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