Sagar News: सागर जिले के बालाजी मंदिर प्रांगण में आयोजित मुख्यमंत्री कन्यादान योजना (CM Kanyadan Scheme) के अंतर्गत हुए सामूहिक विवाह सम्मेलन (Mass Wedding Program) में एक बड़ा खुलासा सामने आया है. सम्मेलन में जहां 335 जोड़ों ने परिणय सूत्र में बंधकर अपने नए जीवन की शुरुआत की, वहीं एक गर्भवती महिला द्वारा फर्जीवाड़ा कर विवाह करने का मामला भी उजागर हुआ.
जानकारी के अनुसार, सरकार से मिलने वाले लाभ को पाने के लिए एक गर्भवती महिला अपने तथाकथित पति के साथ सम्मेलन में शामिल हुई थी. दोनों ने बाकायदा सम्मेलन में रजिस्ट्रेशन भी कराया था, लेकिन जब यह सूचना नगर निगम और मीडिया तक पहुंची तो हड़कंप मच गया.
जब गर्भवती महिला द्वारा विवाह करने की खबर फैली तो न केवल महिला के परिजन, बल्कि विवाह आयोजक भी विवाह स्थल से गायब हो गए.
जोड़े के खिलाफ कार्रवाई शुरू
मौके पर नगर निगम की टीम, स्थानीय पुलिस और मीडिया कर्मी भी पहुंच गए. निगम उपायुक्त हेमलता पटेल ने बताया कि महिला का मेडिकल परीक्षण कराया गया और मामले में नियमानुसार कानूनी कार्रवाई जारी है. उसके गर्भवती होने की पुष्टि हो गई है.
जोड़े ने दिखाया रौब
मामले में चौंकाने वाली बात यह रही कि फर्जी जोड़ा बार-बार भाजपा नेता का नाम लेकर निगम अधिकारियों से बात करवाने का प्रयास करता रहा. हालांकि, मौके पर मौजूद मीडिया की उपस्थिति के चलते नगर निगम उपायुक्त हेमलता पटेल ने किसी से भी बात करने से इनकार कर दिया.
सामूहिक विवाह सम्मेलन में प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री, सागर सांसद, विधायक सहित अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद थे. उन्होंने बाकी के नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया.
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