संघर्षों को मात देकर किसान की बेटी बनी DSP, हरवार की पूजा जाट ने MPPSC में लहराया परचम

MPPSC Resul latest Update: पूजा जाट एक छोटे किसान परिवार से हैं. उनके पिता बलवीर सिंह जाट के पास मात्र 12 बीघा कृषि भूमि है, जिससे परिवार का गुजारा और पूजा की पढ़ाई दोनों चलती थी. आर्थिक परिस्थितियां कठिन थीं, लेकिन पूजा ने हार नहीं मानी. उन्होंने अपनी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास के दम पर यह मुकाम हासिल किया.

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MPPSC Result 2025: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नीमच जिले की जीरन तहसील के छोटे से गांव हरवार की बेटी पूजा जाट ने मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग (MPPSC) परीक्षा 2023 में सातवीं रैंक प्राप्त कर पूरे जिले, समाज और प्रदेश का नाम रोशन किया है. पूजा का चयन उप पुलिस अधीक्षक (DSP) के पद पर हुआ है.

किसान परिवार से निकली सफलता की कहानी

पूजा जाट एक छोटे किसान परिवार से हैं. उनके पिता बलवीर सिंह जाट के पास मात्र 12 बीघा कृषि भूमि है, जिससे परिवार का गुजारा और पूजा की पढ़ाई दोनों चलती थी. आर्थिक परिस्थितियां कठिन थीं, लेकिन पूजा ने हार नहीं मानी. उन्होंने अपनी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास के दम पर यह मुकाम हासिल किया.

भाई बने मार्गदर्शक

पूजा बताती हैं कि उनके बड़े भाई आनंद सिंह जाट ने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया और हर कठिन परिस्थिति में उनका साथ दिया. भाई आनंद पुलिस अधिकारी बनना चाहते थे. हालांकि, पारिवारिक हालातों के कारण उनका सपना अधूरा रह गया. लिहाजा, इस मुकाम तक मुझे पहुंचाने में उन्होंने कोई कसर पूजा नहीं छोड़ी. पूजा न आगे कहा कि आज मैंने अपने भाई आनंद का सपना पूरा किया है. उनकी प्रेरणा और सहयोग के बिना यह सफलता संभव नहीं थी.

ऐसे तय किया गांव से लेकर DSP तक का सफर

पूजा की प्रारंभिक शिक्षा उनके गांव हरवार में हुई. आगे की पढ़ाई उन्होंने जीरन के कन्या शाला विद्यालय से की. 2015 में उन्होंने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जीरन से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की और 2018 में जाजू कन्या महाविद्यालय, नीमच से स्नातक की उपाधि प्राप्त की. उच्च शिक्षा के दौरान 2017 में कॉलेज में आयोजित विवेकानंद करियर मार्गदर्शन कार्यक्रम ने उनके जीवन की दिशा बदल दी. उस कार्यक्रम में बतौर अतिथि आए तत्कालीन कलेक्टर नीमच ने सिविल सेवा परीक्षा के बारे में जानकारी दी, जिससे पूजा को अपने जीवन का लक्ष्य मिला. इसके बाद कलेक्टर सर की बातों से प्रेरित होकर मैंने ठान लिया कि मुझे लोकसेवा आयोग की परीक्षा पास करनी है और समाज व देश की सेवा करनी है.

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सात साल की सेल्फ स्टडी और पांचवां प्रयास

2018 से 2025 तक पूजा ने इंदौर में रहकर सेल्फ स्टडी की और पांचवें प्रयास में सफलता प्राप्त की. इससे पहले चार प्रयासों में वे प्री और मेंस परीक्षा में सफल रहीं, लेकिन अंतिम इंटरव्यू लिस्ट में नाम नहीं आया. बावजूद इसके, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. भाई और परिवार के सहयोग से उन्होंने लगातार प्रयास जारी रखा और आखिरकार सफलता ने उनके कदम चूमे.

गांव की बेटियों के लिए प्रेरणा बनी पूजा

पूजा जाट की सफलता ने पूरे हरवार गांव और नीमच जिले को गर्व से भर दिया है. गांव और जिलेभर से लोग उनके घर पहुंचकर बधाइयां दे रहे हैं. अपनी सफलता के बाद पूजा ने अपने संदेश में कहा कि गांवों में बेटियों को आगे बढ़ने से रोकना गलत है. हर लड़की में प्रतिभा होती है, बस उसे मौका और समर्थन मिलना चाहिए. अगर परिवार साथ दे, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं.

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पूजा जाट की इस उपलब्धि से पूरे नीमच जिले में खुशी का माहौल है. हरवार गांव में मिठाइयां बांटी जा रही हैं और लोग गर्व से कह रहे हैं कि किसान की बेटी ने पूरे प्रदेश में गांव का नाम ऊंचा किया है.

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