सागर में कातिल देवर: भाभी के साथ रिश्ते में थी तल्खी, 2 भतीजियों के साथ यूं उतार दिया मौत के घाट

Sagar Triple Murder Case: मध्य प्रदेश के सागर में हुए ट्रिपल हत्याकांड मामले पर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. बता दें कि कहासुनी को लेकर हुए विवाद के बाद देवर ने अपनी भाभी और दो भतीजियों को दर्दनाक मौत दी थी. अब आरोपी ने जुर्म करना कबूल किया है. जानें इस ट्रिपल हत्याकांड की कहानी...

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सागर ट्रिपल हत्याकांड पर पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, देवरा ही निकला हत्यारा.

MP Crime News In Hindi: सागर में हुए ट्रिपल हत्याकांड (Sagar Triple Murder Case) का खुलासा पुलिस ने 48 घंटे के अंदर कर दिया. इस हत्याकांड में देवरा, भाभी और दो भतीजियों का हत्यारा निकला. बता दें, सागर के कंट्रोल रूम के सामने नेपाल पैलेस क्षेत्र की ये घटना थी. यहां दो दिन पहले मां और उसकी दो बेटियों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने मृतका के देवर को हिरासत में लिया था. उससे पूछताछ की गई, तो उसने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया.

इस अवस्था में यहां मिले शव

सागर पुलिस (Sagar police)  ने खुलासा करते हुए बताया कि एक मकान में किचन में मां की, बेटी की एक कमरे में, और छोटी बेटी का किचन में शव मिला था. इसकी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी. इस मामले की जांच की गई, जांच में पाया गया था कि परिवार के किसी व्यक्ति ने यह वारदात को अंजाम दिया है. सागर के प्रभारी एसपी संजीव उईके को घटनास्थल पर देखकर लग रहा था, परिवार का ही कोई व्यक्ति है, उसने घटना को अंजाम दिया है. क्योंकि जिस प्रकार से छोटी बच्चियों के साथ घटना हुई है, तो बच्चियों ने कोई गलती नहीं की.

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साइबर सेल से ऐसे निकाली लोकेशन 

इस मामले में महिला के देवर की भूमिका पर संदेह था. साइबर सेल से लोकेशन निकाली गयी, तो वह दमोह सागर में रहता था. पीडब्ल्यूडी ऑफिस में काम करता था.पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य और कड़ाई से जब आरोपी से पूछताछ की, तो उसने वारदात करना स्वीकार किया.

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दोस्त से ले रखा था कर्ज

पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ की, तो बताया कि उसने अपने दोस्त प्रकाश से पहले से भी कर्ज ले रखा था. घटना के एक दिन पहले भी उसने उधार पैसे लिए थे . प्रवेश के पिता पीडब्ल्यूडी में नौकरी करते थे, नौकरी के दौरान हार्ट अटैक से खत्म हो गए थे. आरोपी प्रवेश को पिता की अनुकंपा नियुक्ति मिल गई थी.लेकिन उसकी आदत खराब थी, काफी कर्ज हो गया था.

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इस बात को लेकर भाभी ताने देती थी

क्योंकि  देवर सट्टा खेलता था, बड़े भाई ने उसको दस लाख रुपये की मदद भी की थी. उसको लेकर भाभी काफी ताने देती थी. घटना वाले दिन उसको पैसे की जरूरत थी, उसने प्रकाश पटेल से संपर्क किया. उसको एक्टिवा गाड़ी गिरवी रखी और एक दोस्त के साथ में कंट्रोल रूम के सामने आया. फिर उतरकर घर चला गया. घर जाकर उसकी और भाभी से बातचीत में कुछ कहा सुनी हुई, उसने भाभी को धक्का दे दिया, पास में ही पड़े हंसिया से भाभी को मार दिया.

पहचान छुपाने का किया था प्रयास

वहीं, पास में बड़ी बेटी अवंतिका थी, उसने बीच-बचाव करने का प्रयास किया. रोने लगी, तो उसने अपनी पहचान छुपाने के डर से  बच्ची पर हंसिया से सात-आठ बार हमला कर दिया, जिसकी उसकी मौत हो गई. दूसरे कमरे में छोटी बच्ची थी, वह रो रही थी, उसको भी पहचान छुपाने के उद्देश्य से पत्थर से पीटा, जिससे उसके सिर में गहरी चोट आने की वजह से मौत हो गई.

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वारदात के बाद आरोपी चला गया दमोह

वारदात के बाद आरोपी मौके पर अलमारी खोल करके बड़े भाई के कपड़े पहन लिया. इसके बाद अलमारी से कुछ सोने के जेवरात निकालकर और नगदी लेकर दमोह चला गया. वहां, कर्ज चुकाया. पुलिस की पूछताछ में आरोपी देवर ने घटना करना स्वीकार किया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

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