PM Modi US Visit: सफल रहा PM मोदी का दौरा! 10 बड़े ऐलान, प्रिय मित्र ट्रंप के साथ किन मुद्दों पर बनी बात

PM Modi US Visit: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत और अमेरिका के आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए नई योजनाएं बनाई गई हैं, जिससे दोनों देशों की दोस्ती और साझेदारी और गहरी होगी.

विज्ञापन
Read Time: 7 mins
PM Modi US Visit: कितनी सफल रही PM मोदी की अमेरिका यात्रा?

PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने अपनी दो दिवसीय अमेरिका यात्रा (PM Modi US Visit) पूरी करके नई दिल्ली (Delhi) के आ गए हैं. इस दौरे के दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ उच्च स्तरीय द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें व्यापार, रक्षा, सुरक्षा, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा की. प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को फ्रांस से अमेरिका पहुंचे थे और गुरूवार को भारतीय समयानुसार शुक्रवार को राष्ट्रपति ट्रंप (Trump) ने उनकी मेजबानी की. यह बैठक खास रही क्योंकि यह ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की पहली द्विपक्षीय वार्ता थी. दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण फैसले लिए.

पहले देखिए फ्रांस की झलकियां

किन-किन दिग्गजों से हुई बात-मुलाकात

ट्रंप ने पीएम मोदी को एक 'टफ नेगोशिएटर' (मोल-भाव करने वाला) बताया. ये भी कहा कि उन्होंने अपने दोस्त को बहुत मिस किया. उन्होंने कहा कि नेगोशिएशन को लेकर मेरा पीएम मोदी से कोई मुकाबला नहीं है. ट्रंप ने आगे कहा कि भारत अमेरिकी वस्तुओं पर ऊंचा टैरिफ लगाता है, खासकर ऑटोमोटिव एक्सपोर्ट सेक्टर को लेकर टैरिफ ऊंचा रहता है.

Advertisement
उन्होंने कहा कि दोनों देश बातचीत के जरिए करीब 100 बिलियन डॉलर के व्यापार घाटे को कम करने को लेकर काम करेंगे. ट्रंप ने कहा "हम एक लेवल प्लेइंग फील्ड चाहते हैं और हम तेल और गैस की बिक्री से इस व्यापार घाटे को आसानी से पूरा कर सकते हैं".

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका भारत को अरबों डॉलर के रक्षा उपकरण बेचेगा और भविष्य में भारत को एफ-35 स्टील्थ फाइटर जेट्स देने की दिशा में भी काम किया जाएगा. उन्होंने बताया कि 2017 में उनके प्रशासन ने क्वाड सुरक्षा साझेदारी को फिर से सक्रिय किया, जिसमें भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं. उन्होंने कहा कि यह सहयोग इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी है. इसके अलावा, ट्रंप ने आतंकवाद के खिलाफ भारत और अमेरिका के संयुक्त प्रयासों पर जोर देते हुए कहा कि दोनों देश कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद से निपटने के लिए पहले से ज्यादा मजबूती से साथ काम करेंगे.

Advertisement

वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति के अतिथि गृह ब्लेयर हाउस में पीएम मोदी टेक दिग्गज एलन मस्क से मुलाकात की. मस्क के साथ  उनके तीन बच्चे एक्स, स्ट्राइडर और एज्योर भी थे. अमेरिकी एनएसए वाल्ट्ज से पीएम मोदी की मीटिंग हुई, इस दौरान रक्षा, प्रौद्योगिकी और दोनों देशों के संबंधों पर चर्चा हुई.

Advertisement
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज और राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से भी मुलाकात की. इन बैठकों में रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के उपायों पर चर्चा हुई. भारत और अमेरिका ने रक्षा, ऊर्जा और अत्याधुनिक तकनीक के क्षेत्रों में अपने सहयोग को व्यापक करने का निर्णय लिया. इसके अलावा, दोनों देशों ने वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स' पर अपने अनुभव साझा किए. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उनकी बैठक बेहतरीन रही और इससे भारत-अमेरिका की मित्रता को नई गति मिलेगी. दोनों नेताओं ने व्यापार घाटा कम करने, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेमीकंडक्टर और ऊर्जा आपूर्ति बढ़ाने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सहमति जताई.

ये 10 बड़े ऐलान हुए

  1. राष्ट्रपति ट्रंप ने घोषणा की कि 2008 के मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा. अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में इस फैसले को मंजूरी दी थी. भारत लंबे समय से राणा को सौंपने की मांग कर रहा था, जिससे अब न्याय की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी.
  2. अमेरिका और भारत ने इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ मिलकर काम करने का फैसला किया. दोनों देशों ने आतंकवादी संगठनों के वित्तपोषण को रोकने, खुफिया जानकारी साझा करने और वैश्विक आतंकवाद विरोधी अभियान में सहयोग बढ़ाने की बात कही. ट्रंप ने कहा कि कट्टरपंथी आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए खतरा है और इसे रोकने के लिए दोनों देशों का गठबंधन महत्वपूर्ण होगा.
  3. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि भारत एशिया-प्रशांत क्षेत्र (इंडो-पैसिफिक) में एक प्रमुख रणनीतिक सहयोगी है. उन्होंने क्वाड (भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया) साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई, जिससे क्षेत्रीय शांति और स्थिरता सुनिश्चित हो सके. इस पहल से भारत की सुरक्षा भूमिका और मजबूत होगी.
  4. बैठक के दौरान अमेरिका ने भारत को और अधिक रक्षा तकनीक और सैन्य उपकरण देने पर सहमति जताई. ट्रंप ने कहा कि भारत को अत्याधुनिक हथियार, लड़ाकू विमान और सैन्य प्रणालियां मुहैया कराई जाएंगी. दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र में संयुक्त उत्पादन और तकनीकी साझेदारी को भी बढ़ाने का फैसला किया.
  5. भारत की ऊर्जा जरूरतों को देखते हुए अमेरिका ने भारत को कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बढ़ाने का फैसला किया. दोनों देशों ने अक्षय ऊर्जा और स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं पर भी मिलकर काम करने की योजना बनाई है. इससे भारत को अपने ऊर्जा संसाधनों को और मजबूत करने में मदद मिलेगी.
  6. भारत और अमेरिका ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया. दोनों देश मिलकर उन्नत एआई सिस्टम विकसित करेंगे, जो स्वास्थ्य, शिक्षा, रक्षा और अन्य क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है. इस साझेदारी से भारतीय स्टार्टअप और टेक कंपनियों को भी फायदा होगा.
  7. अमेरिका और भारत ने अपने व्यापारिक असंतुलन को कम करने पर सहमति जताई. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ व्यापार घाटे को कम करने के लिए नए समझौते करेगा. इससे दोनों देशों के व्यापार को और बढ़ावा मिलेगा और निवेश के नए अवसर खुलेंगे.
  8. दोनों देशों ने सेमीकंडक्टर निर्माण और क्वांटम कंप्यूटिंग के क्षेत्र में संयुक्त अनुसंधान और विकास पर सहमति जताई. भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका तकनीकी सहायता प्रदान करेगा. इससे भारत में तकनीकी उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी.
  9. भारत और अमेरिका ने छोटे न्यूक्लियर मॉड्यूलर रिएक्टर विकसित करने के लिए सहयोग करने का फैसला किया. इससे स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और दोनों देशों की ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी.
  10. प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि अमेरिका में भारतीय समुदाय की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लॉस एंजिलिस और बॉस्टन में नए भारतीय वाणिज्य दूतावास (कॉन्सुलेट) खोले जाएंगे. इससे भारतीय प्रवासियों को कांसुलर सेवाओं का लाभ मिलेगा और दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और व्यावसायिक संबंध और मजबूत होंगे.

टैरिफ मामले को लेकर पीएम मोदी की तारीफ की और उन्हें एक टफ नेगोशिएटर करार दिया. इस बैठक में भारत- अमेरिका व्यापार, रक्षा सहयोग, आतंकवाद विरोधी रणनीति और ऊर्जा साझेदारी जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. दोनों देशों ने अगले पांच वर्षों में आपसी व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य रखा और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति जताई.

दोनों नेताओं की बातचीत के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और चीन के बीच सीमा पर जारी झड़पों को “काफी हिंसक” बताते हुए इस विवाद को खत्म करने के लिए मध्यस्थता की पेशकश की. उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देश मिलकर इस मुद्दे का समाधान निकाल सकते हैं. ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका और रूस जैसे बड़े देशों को भी साथ मिलकर काम करना चाहिए ताकि दुनिया में शांति बनी रहे. अपने पहले कार्यकाल में ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की पेशकश की थी, लेकिन भारत ने इसे तुरंत ठुकरा दिया था. अब यह देखना बाकी है कि ट्रंप भारत-चीन विवाद में अपनी मध्यस्थता की पेशकश को कितनी गंभीरता से आगे बढ़ाएंगे.

यह भी पढ़ें : PM Modi Us Visit: सफल रहा PM मोदी का दौरा! 10 बड़े ऐलान, प्रिय मित्र ट्रंप के साथ किन मुद्दों पर बनी बात

यह भी पढ़ें : Pulwama Attack: Black Day of India पुलवामा हमले की 6वीं बरसी पर PM ने कहा- शहीदों का बलिदान नहीं भूलेंगे

यह भी पढ़ें : Valentines Day 2025: कौन थे संत वेलेंटाइन? जिनकी याद में मनाया जाता है प्यार का दिन

यह भी पढ़ें : PM Awas Yojana: सर्वे शुरू, ग्रामीण परिवार इस तारीख तक कर सकते हैं आवेदन, आवास प्लस 2.0 App का उठाएं लाभ