Narendra Modi Swearing in Ceremony: NDA 3.0 की नई कैबिनेट में कुल 49 चेहरों को शामिल किया गया है. राष्ट्रपति भवन में पीएम मोदी की नई कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह शुरू हो चुका है. आज का दिन सियासी रूप से काफी खास है. वहीं, इस कैबिनेट में मध्य प्रदेश के बैतूल-हरदा लोकसभा से सांसद दुर्गादास उइके को कैबिनेट में मंत्री बनाये जाने पर उनके घर पर लोगों का तांता लगा है.
केंद्र में पहली बार बैतूल को कैबिनेट में मौका मिला है. बात दें कि इस वक्त दुर्गादास उइके के घर पर रिश्तेदारों का जमावड़ा लगा हुआ है. पार्टी कार्यकर्ता और परिवार के लोगों में खुशी का माहौल है. घर में मिठाई बंट रही है और कार्यकर्ता खुशी से झूम रहे हैं. इसके साथ ही पटाखे भी फोड़े जा रहे हैं.
जानें कौन हैं बैतूल सांसद दुर्गादास उइके?
यदि आप जानना चाह रहे हैं कि आखिर कौन हैं दुर्गादास उइके? इनका कैरियर कैसा रहा है, तो हम आपको उनकी जीवन से जुड़ी कुछ खास बात बता रहे हैं. बैतूल-हरदा लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद दुर्गा उइके का जन्म 29 अक्टूबर 1963 को हुआ था. इनके गांव का नाम मीरापुर हैं, लेकिन मीरापुर की इस मिट्टी में जन्मे उइके के अंदर समाज के लिए कुछ कर गुजरने की मजबूत इच्छा शक्ति उनको आज इस ऐतिहासिक पल का गवाह बना रही है. बता दें कि पिता स्वर्गीय सूरतलाल उइके, माता स्वर्गीय रामकली उइके, पत्नी ममता उइके हैं. राजनीति से पहले उइके एक सरकारी शिक्षक थे. दुर्गादास उइके ने 30 सालों तक शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दी है. 2019 के लोकसभा चुनाव में पहली बार जीतकर वो संसद पहुंचे थे.
रामू टेकाम को दी है मात
दुर्गादास उइके ने बैतूल-हरदा लोकसभा सीट पर 2024 के चुनाव में कांग्रेस के कैंडिडेट रामू टेकाम को 3,79,761 मतों के बड़े अंतर से हराया है. बता दें कि उइके को NDA के 3.0 के मंत्रिमंडल में जगह देकर आदिवासी समुदाय को साधने की कोशिश की गई है. क्योंकि जिन-जिन क्षेत्रों में आदिवासी वोटर्स ज्यादा हैं, वहां उइके के माध्यम से बीजेपी को इसका सियासी फायदा भी मिल सकेगा. दरअसल, नई सरकार के सामने एक ओर नई चुनौतियां हैं, तो दूसरी ओर मजबूत विपक्ष इंडिया गठबंधन है, जो NDA की घेराबंदी करने के लिए कहीं कोई कसर नहीं छोड़ने वाली है.
ये भी पढ़ें- MP News: रेत माफियाओं की टूटी कमर, कलेक्टर ने एक अरब 37 करोड़ रुपये का लगाया जुर्माना, जानिए - क्या है पूरा मामला