पेट्रोल पंप की धांधली मामले पर क्यों नहीं हुई कार्रवाई, जांच में एक लीटर कम निकला था Petrol

Petrol Pump Fraud Case : 12 मई को विदिशा के एक पेट्रोल पंप की बड़ी धांधली सामने आई थी. एक कस्टमर ने छह लीटर की पर्ची कटाई लेकिन उसकी बाइक में केवल पांच लीटर ही पेट्रोल डाला गया था. जबकि पैसा छह लीटर का लिया गया था. लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि अब तक इस मामले पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.

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Petrol Pump Fraud : पेट्रोल पंप की धांधली उजागर होने के बाद अब तक क्यों नहीं लिया गया एक्शन.

Vidisha Petrol Pump Fraud : पेट्रोल पंप में कैसे आम लोगों को चपत लगाई जाती है, अब इसकी पोल खुलने लगी है. कई बार तो लोगों को पता भी नहीं चलता है. लेकिन बीते 12 मई को कुछ ऐसा हुआ जिसने एक पेट्रोल पंप संचालक की पोल खोल दी. जांच में जो सामने निकल कर आया उसके बाद से लोगों का भरोसा और भी कम हो गया पेट्रोल पंप संचालकों पर.

दरअसल, एक कस्टमर ने विदिशा के एक पेट्रोल पंप में 6 छह लीटर पेट्रोल डलवाया था. लेकिन जांच में केवल पांच लीटर ही पेट्रोल निकला था. इसके बाद से विदिशा के संबंधित पेट्रोल पंप संचालक की बड़ी धांधली उजागर हो गई थी. लेकिन दस बीत जानें के बाद भी अब तक कोई बड़ी कार्रवाई इस केस पर नहीं हुई. 

जानें कैसे धांधली का हुआ था खुलासा

ग्राहक को जब पेट्रोल की मात्रा पर संदेह हुआ, तो उसने वहीं मौके पर गाड़ी खोल डाली थी, ताकि हकीकत सबके सामने आ सके. युवक (ग्राहक) और पेट्रोल पंप संचालक के बीच इस दौरान खूब बहस हुई. लोगों की भीड़ जुट गई. विवाद को देख कई लोग वहीं मौके पर ठहर गए थे. 

मोपेड निर्माता कंपनी का दावा

मोपेड (बाइक)  निर्माता कंपनी ने कर्मचारियों ने दावा किया कि बाइक की टंकी की क्षमता 5 लीटर पेट्रोल की है. इसमें 6 लीटर पेट्रोल नहीं आ सकता है. जब पेट्रोल पंप संचालक को कर्मचारियों के दावों पर भरोसा नहीं हुआ तो कर्मचारियों ने सच्चाई उजागर कर दी. कर्मचारियों ने कहा 6 लीटर पेट्रोल उसमें डालना तकनीकी रूप से संभव ही नहीं.

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आखिर अब तक क्यों नहीं हुई कार्रवाई

हालांकि, इस मामले पर नापतौल के अधिकारी शुरुआती दौर से ही कुछ कहने से बचते रहें. लेकिन अब जब पेट्रोल पंप में हुई धांधली के करीब 10 दिन बीत चुके हैं, इसके बाद भी कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है. आखिर ऐसे में कब तक आम लोग पेट्रोल पंप की ऐसी धांधलियों का शिकार होते रहेंगे. क्योंकि ऐसा ही एक मामला कुछ माह पहले छतरपुर जिले भी सामने आया था. 

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