Tiger Translocation: मध्य प्रदेश के पेंच टाइगर रिजर्व से एक बाघिन को रविवार को राजस्थान के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किया गया. पेंच से हेलिकॉप्टर से बाघिन को राजस्थान के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया. यह पहली बार है जब राजस्थान में किसी बाघिन का अंतर्राज्यीय हवाई स्थानांतरण किया.
ये भी पढ़ें-जालसाजों ने खड़े-खड़े बेच दी न्यूरोलॉजिस्ट की 20 बीघा जमीन, ऐसे हुआ करोड़ों की जमीन का घोटाला, 12 के खिलाफ केस दर्ज
जयपुर एयरपोर्ट पर बाघिन को लेकर उतरा हेलिकॉप्टर
जानकारी के अनुसार वायुसेना का भारतीय वायुसेना का एमआई-17 हेलिकॉप्टर बाघिन को लेकर पेंच टाइगर रिजर्व से रवाना हुई बाघिन को सुरक्षित लेकर जयपुर एयरपोर्ट पर उतरा. बाघिन को विशेष सुरक्षा व्यवस्था के साथ सड़क मार्ग से रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया है.
ये भी पढ़ें-Ambulance Missing: मध्य प्रदेश में अचानक गायब हुए 100 से अधिक एंबुलेंस, वजह जान पकड़ लेंगे माथा!
हाथियों की मदद से बाघिन को ट्रैंकुलाइज किया गया
रिपोर्ट के मुताबिक बाघिन को रामगढ़ लाने के लिए करीब 25 दिनों से पेंच टाइगर रिजर्व में विशेषज्ञों की टीम थी. बाघिन को ट्रैक करने, रेडियो कॉलर लगाने व स्वास्थ्य परीक्षण के प्रयास किए गए और रेडियो कॉलर हटने के बाद बाघिन जंगल की ओर बढ़ गई, जिससे ऑपरेशन चुनौतीपूर्ण हो गया. हाथियों की मदद से टीम ने बाघिन को ट्रैंकुलाइज किया।
साल 2008 में फेल हो गया था बाघ ट्रांसलोकेशन
गौरतलब है राजस्थान में यह पहला बाघ ट्रांसलोकेशन है. इससे पहले साल 2008 में ओडिशा में बाघ ट्रांसलोकेशन का प्रयास असफल रहा था. अब रामगढ़ विषधारी अभ्यारण्य में बाघिन को बजालिया एंक्लोजर में रखा जाएगा, जहां उसकी सेहत, सुरक्षा और मूवमेंट पर पल-पल नजर रखी जाएगी. यह ट्रांसलोकेशन बूंदी और राजस्थान के लिए नई शुरुआत है.