Online होगा MSME औद्योगिक इकाइयों के लिए प्रोत्साहन राशि का भुगतान, 490 से बढ़कर 699 करोड़ हुआ बजट

MSME Incentive Budget: एमएसएमई उद्योग को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि का वितरण अब ऑनलाइन तरीके से किया जाएगा. एमपी में इसके लिए 2021 में एक योजना भी लागू की गई थी.

Advertisement
Read Time: 2 mins

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में एमएसएमई (MSME) श्रेणी की औद्योगिक इकाइयों (Industrial Units) को प्रोत्साहन राशि (Incentive) बांटने के लिए वर्तमान में प्रचलित प्रक्रिया को अधिक सुगम बनाया जाएगा. फिलहाल, प्रक्रिया को पारदर्शी और सरल कृत बनाने के उद्देश्य से पूरी भुगतान केन्द्रीय कृत ऑनलाइन भुगतान/वितरण प्रणाली के माध्यम से उद्योग संचालनालय (Directorate of Industries) स्त्र पर किये जाने का निर्णय लिया गया है. इसको लेकर सरकार ने खाका लगभग तैयार कर लिया है. 

इस योजना के तहत लगभग 700 करोड़ बजट पास

MSME प्रोत्साहन व्यवसाय निवेश संबर्धन सुविधा प्रदाय योजना में सरकार ने साल 2023-24 में 490 करोड़ का बजट पास किया था, जिसे बढ़ाकर वर्ष 2024-25 में 699.20 करोड़ रुपये किया गया है. बजट में पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 40 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की गई हैं. मध्यम श्रेणी की इकाइयों के लिये पहली बार राशि रुपये 100 करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है.  

मध्य प्रदेश में एमएसएमई श्रेणी की इकाईयों के प्रोत्साहन के लिये मध्य‍प्रदेश एमएसएमई प्रोत्साहन योजना 2021 लागू हैं, जिसमें सूक्ष्मा लघु श्रेणी की इकाईयों के लिए 40 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि का प्रावधाान है. इसी प्रकार मध्य़म श्रेणी की इकाईयों के लिए 40 प्रतिशत तक एवं मध्यम श्रेणी की  खाद्य प्रसंस्करण इकाईयों को मूल सहायता का डेढ़ गुना तक प्रोत्साहन राशि एवं अन्य  सुविधायें दिये जाने का प्रावधान हैं. 

ये भी पढ़ें :- Adani Greens को लेकर अमेरिकी राजदूत ने की तारीफ, कहा-रेनुएबल एनर्जी की मदद से Zero Emission की तरफ बढ़ रहा भारत

जिला स्तर से होता था भुगतान

पहले यही सूक्ष्म एवं लघु श्रेणी की इकाइयों के लिए प्रोत्साहन राशि का भुगतान जिला स्तर से किया जाता था. इससे इकाइयों के लिए यह प्रक्रिया जटिल बनी हुई थी. अब प्रक्रिया के ऑनलाइन हो जाने के बाद उद्यमियों को आसानी होगी. सुचारू संचालन के लिये वित्त् विभाग द्वारा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग को पृथक से पी.डी. एकाउंट स्वीकृत किया गया हैं.

Advertisement

ये भी पढ़ें :- देश की 22 क्षेत्रीय भाषाओं में 22 हजार पाठ्यपुस्तकें होंगी तैयार, जानें क्या है योजना ? 

Topics mentioned in this article