प्राइवेट स्कूलों की मनमानी, न भरा जुर्माना... न लौटाई फीस, अब पैरेंट्स हुए परेशान

Private Schools Defy Orders : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शहडोल (Shahdol)  जिले में निजी स्कूलों की तरफ से पिछले शिक्षा सत्र में मोटी फीस वसूली गई थी. यही नहीं, कलेक्टर और जिला शिक्षा समिति की अनुमति के बिना ही फीस में इजाफा किया गया था.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
प्राइवेट स्कूलों की मनमानी, न भरा जुर्माना... न लौटाई फीस, अब पैरेंट्स हुए परेशान

Private School Fees News in MP : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शहडोल (Shahdol)  जिले में निजी स्कूलों की तरफ से पिछले शिक्षा सत्र में मोटी फीस वसूली गई थी. यही नहीं, कलेक्टर और जिला शिक्षा समिति की अनुमति के बिना ही फीस में इजाफा किया गया था. इस पर शहडोल कलेक्टर ने मई महीने में एक आदेश जारी कर शहडोल जिले के 14 प्राइवेट स्कूलों को वसूली गई फीस लौटाने के आदेश दिए थे. ये रकम करीब 60 लाख रुपये थी जिसे अभिभावकों को 30 दिन के भीतर उनके खाते में लौटाने के निर्देश दिए गए थे. साथ ही, 14 प्राइवेट स्कूलों  पर 2-2 लाख का जुर्माना भी लगाया था.

स्कूल ने राज्य शिक्षा समिति से की अपील

हालांकि, स्कूल संचालकों ने न तो जुर्माना भरा और न ही अभिभावकों से वसूली गई अधिक फीस की राशि वापस की. उल्टे, स्कूल स्टाफ ने कलेक्टर के आदेश के खिलाफ लोक शिक्षण भोपाल में राज्य शिक्षा समिति में अपील दायर कर दी. इसके चलते अब अभिभावक परेशान हैं क्योंकि उन्हें  अब तक कोई राहत नहीं मिल सकी है. जब इस बारे में हमने अभिभावकों से बात की, तो उन्होंने बताया कि कलेक्टर के आदेश की जानकारी उन्हें थी, लेकिन स्कूल संचालकों ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी और न ही कोई फीस लौटाई.

Advertisement

ये भी पढ़ें : 

MP Nursing Scam : कब जारी होगा रिजल्ट ? अधर में लटका छात्रों का भविष्य

फीस भरने के बाद पैरेंट्स हुए परेशान

इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी और प्रशासन कुछ भी कहने से बचते रहे. शहडोल जिले में प्राइवेट स्कूल ने बढ़ी हुई फीस को लौटाने और जुर्माने के आदेश के खिलाफ राज्य शिक्षा समिति में अपील की है. कलेक्टर ने मई महीने में शहडोल जिले के 14 निजी स्कूल संचालकों को नोटिस देकर ज़्यादा फीस वसूली की राशि अभिभावकों को लौटाने के निर्देश दिए थे और साथ ही स्कूल स्टाफ पर 2-2 लाख का जुर्माना भी लगाया था. लेकिन स्कूल ने न तो जुर्माना भरा और न ही अभिभावकों को वसूली गई बढ़ी फीस लौटाई है.

Advertisement

ये भी पढ़ें : 

शहडोल के नर्सिंग कॉलेजों का कुछ ऐसा है हाल, पढ़िए NDTV की पड़ताल

Topics mentioned in this article