MP News : तपती धूप में 180 KM क्यों भागती रही 13 साल की मासूम रेप पीड़िता? स्वास्थ्य विभाग समेत इन पर उठे सवाल...

MP Crime News : मध्य प्रदेश में लाचार सिस्टम के आगे एक बार फिर से 13 साल की मासूम रेप पीड़िता और उसके परिजनों को परेशान होना पड़ गया. जानें क्या है पूरा मामला? 

Advertisement
Read Time: 3 mins

Rape Cases In Madhya Pradesh : मासूम बच्ची से दुष्कर्म और मेडिकल जांच के नाम पर अस्पतालों के चक्कर काटने के मामले ने मध्य प्रदेश को शर्मसार कर दिया है. यहां के पन्ना जिले में पहले तो 13 साल की एक मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ. पुलिस ने FIR दर्ज कर आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया. लेकिन लाचार सिस्टम और स्वास्थ्य विभाग की अव्यवस्थाओं से मासूम और उसके परिजनों को बहुत परेशान होना पड़ा. मेडिकल जांच करवाने के लिए कड़ी धूप में पन्ना, अजयगढ़ और फिर से पन्ना यानी पूरे 180 किलोमीटर भटकना पड़ गया.

अकेले पाकर घर में घुस गया था आरोपी 

पन्ना जिले के पवई थाना क्षेत्र में 13 साल की नाबालिग बच्ची के साथ 18 साल के एक युवक ने दुष्कर्म किया है. घटना 14 मई की रात लगभग 2:00 बजे की बताई जा रही है, जब पीड़िता के माता-पिता किसी काम से घर से बाहर गए हुए थे. तभी मौका पाकर युवक घर में घुस गया और बच्ची से दुष्कर्म किया. ये बात किसी और को बताने पर जान से मारने की धमकी दी थी. जब पीड़िता के माता-पिता घर आए तो डरी सहमी थी. इसके बाद परिजनों ने जब कारण पूछा तो सारी बात बताई. इसके बाद परिजन तुरंत पवई थाना पहुंचे और पुलिस को इसकी जानकारी दी. पुलिस ने FIR दर्ज कर ली और आरोपी को भी हिरासत में ले लिया. लेकिन मेडिकल जांच कराने के लिए कड़ी धूप में पीड़ित बच्ची और उसके परिजनों को बहुत परेशान होना पड़ गया. 

Advertisement

ये भी पढ़ें"रेप की झूठी FIR दर्ज कराना और धमकी देना भी सुसाइड के लिए उकसाना", जानें MP हाईकोर्ट ने क्यों सुनाया ये फैसला ?

Advertisement

ऐसे अस्पतालों के चक्कर काटती रही मासूम 

नाबालिग बच्ची की मां ने बताया कि मामला दर्ज करने के बाद बच्ची को मेडिकल जांच के लिए के 70 किलोमीटर दूर पन्ना जिला अस्पताल भेजा गया. लेकिन पन्ना में महिला डॉक्टर नहीं मिली. जिसके बाद उन्हें 40 किलोमीटर दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अजयगढ़ भेजा. वहां भी महिला डॉक्टर नहीं मिली. जिससे सभी को फिर से तपती धूप में पन्ना जिला अस्पताल आना पड़ा. यहां उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद पीड़िता की मेडिकल जांच हो पाई. पीड़िता की मां ने बताया कि हम लोग पूरे दिन तक के लिए परेशान होते रहे. ऐसा किसी के साथ ना हो. पवई के थाना प्रभारी त्रिवेन्द्र त्रिवेदी ने बताया कि शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. 

Advertisement

ये भी पढ़ें Madhya Pradesh: रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कई छात्रों को मिले '0' नंबर,  जानें क्या है पूरा मामला ?