रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव पर विपक्ष का तंज, जीतू पटवारी ने कहा- "निवेश" तो हो, लेकिन "नौटंकी" नहीं!

जीतू पटवारी लिखते हैं कि मैंने पूर्व में भी अनेक अवसरों पर BJP को तर्क, तथ्य और प्रमाण के साथ "निवेश-नौटंकी" के जरिए झूठ को विकास का चेहरा बनाते हुए देखा है. असहमति दर्ज करवाई है. बार-बार इस बात की मुखर आलोचना भी की है कि प्रचार, प्रसार और प्रभाव का झूठ बढ़ाने के लिए इस प्रकार के आयोजन सिर्फ जन-धन की बर्बादी ही करते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

RegionalIndustryConclave2024: मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन (Ujjain) में शुक्रवार 1 मार्च और शनिवार 2 मार्च को रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (Regional Industry Conclave) 2024 आयोजित किया जा रहा है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री (Chief Minister of Madhya Pradesh) डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) उज्जैन में आज 1 मार्च को रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में कुल 56 प्रोजेक्ट का भूमि-पूजन और लोकार्पण करेंगे. मध्य प्रदेश सरकार का कहना है कि आज जिन प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण होगा वे प्रदेश के भोपाल (Bhopal), उज्जैन (Ujjain), इन्दौर (Indore) सहित 20 जिलों में हैं, इन 56 प्रोजेक्ट से 74 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश (Investment) आएगा, जिससे 17 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार (Employment) मिलेगा. वहीं इस आयोजन को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष (Madhya Pradesh Congress Committee President) जीतू पटवारी (Jitu Patwari) सरकार पर हमलावर हैं.

हमने "निवेश-नौटंकी" के जरिए झूठ को विकास का चेहरा बनाते हुए देखा है : जीतू पटवारी

एमपी पीसीसी चीफ (MP PCC Chief) जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी बात रखते हुए कहा कि उज्जैन में आज से दो दिवसीय रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव शुरू हो रहा है! 57 प्रोजेक्ट्स का भूमिपूजन और लोकार्पण आज होगा, ऐसा भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मध्य प्रदेश सरकार का दावा है. कहा तो यह भी जा रहा है कि इससे भोपाल, उज्जैन, इंदौर सहित प्रदेश के 20 जिलों को फायदा होगा. एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश आएगा. 17 हजार लोगों को रोजगार भी मिलेगा.

Advertisement
जीतू पटवारी आगे लिखते हैं कि मैंने पूर्व में भी अनेक अवसरों पर BJP को तर्क, तथ्य और प्रमाण के साथ "निवेश-नौटंकी" के जरिए झूठ को विकास का चेहरा बनाते हुए देखा है. असहमति दर्ज करवाई है. बार-बार इस बात की मुखर आलोचना भी की है कि प्रचार, प्रसार और प्रभाव का झूठ बढ़ाने के लिए इस प्रकार के आयोजन सिर्फ जन-धन की बर्बादी ही करते हैं.
निवेश आए, रोजगार मिले, औद्योगिक विकास में तेजी आए. यह मध्यप्रदेश की आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है. इसके लिए विपक्ष हर तरह से सरकार के साथ है. लेकिन, सरकार को यह समझना चाहिए कि झूठी उम्मीदों के बांध आर्थिक अराजकता की बाढ़ में टूट जाएंगे. कर्ज में डूबते प्रदेश को बचाने के लिए "निवेश" तो हो, लेकिन "नौटंकी" नहीं.

जीतू पटवारी

अध्यक्ष, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी

कर्जे पर भी घेरा था

कुछ दिनों पहले जीतू पटवारी ने कर्ज को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि मध्यप्रदेश सरकार ने बुधवार को फिर 5000 करोड़ का कर्ज ले लिया है. यह तीन हिस्सों में लिया है. ₹2000 का कर्ज 20 साल के लिए, ₹2000 का कर्ज 21 साल और ₹1000 करोड़ का कर्ज 22 साल के लिए. लगातार कर्ज लेने से अब मध्य प्रदेश सरकार की हालत यह है कि राज्य पर बजट से ज्यादा कर्ज हो गया है! राज्य का बजट 3.14 लाख करोड़ रुपए का है, जबकि कर्ज 3.31 लाख करोड़ रुपए से अधिक पहुंच चुका है.

Advertisement

यह भी पढ़ें : CM मोहन यादव आज रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव-विक्रमोत्सव का करेंगे शुभारंभ, लाड़ली बहना की किस्त भी देंगे

Advertisement
Topics mentioned in this article