ठगों का हौसला तो देखिए, नगर निगम आयुक्त की फर्जी आईडी बनाकर अफसरों से मांग रहे हैं पैसे

Fraud: शातिर ठग ने ग्वालियर ग्वालियर नगर निगम कमिश्नर IAS संघ प्रिय की फर्जी फेसबुक ID बनाई. इसके बाद इस ठग ने निगम कर्मचारी और शहर के लोगों से रुपयों की मांग की.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

Online Fraud  Case: इंटरनेट (Internet), नेट बैंकिंग (Net banking) , यूपीआई (UPI) और ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shoping) व सोशल मीडिया (Social Media) से एक तरह जहां जिंदगी आसान हुई है. वहीं, अब ठक भी लोगों को चूना लगाने के लिए इन तकनीकों का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) से सामने आया है. यहां एक ठग ने एक आईएएस अफसर की फर्जी आईडी बनाकर लोगों को चूना लगाना शुरू कर दिया है.

शातिर ठग ने ग्वालियर में पदस्थ IAS अफसर की फर्जी फेसबुक ID बना कर लोगों से रुपयों की मांग की. दरअसल, ठक ने पहले ग्वालियर नगर निगम कमिश्नर IAS संघ प्रिय की फर्जी फेसबुक ID बनाई. इसके बाद इस ठग ने निगम कर्मचारी और शहर के लोगों से रुपयों की मांग की. इसके बाद निगम कर्मचारियों ने नगर निगम कमिश्नर संघ प्रिय को इसकी जानकारी दी. इसके बाद मामले की जानकारी लगते ही निगम कमिश्नर ने पुलिस से इसकी लिखित शिकायत करने के साथ ही ठग को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे भेजने की मांग की है.

Advertisement

कमिश्नर ने लोगों से की सावधान रहने की अपील

इस मामले के सामने आने के बाद कमिश्नर संघ प्रिय ने निगम कर्मचारियों और शहर के आम लोगों से ऐसी फर्जी ID से बचने और अपने नाम पर किसी को भी पैसे नहीं देने की की अपील की है.

Advertisement

ये भी पढ़ें- Goods Train Accident: चलते-चलते अचानक दो हिस्सों में बंटी मालगाड़ी, ऐसे टला बड़ा हादसा

ठग पहले भी कर चुके हैं ऐसी वारदात

गौरतलब है कि इससे पहले भी दो पूर्व नगर निगम कमिश्नरों का व्हाट्सएप और फेसबुक हैक कर निगम कर्मचारियों से पैसे मांगने का मामला आया था. फिलहाल, कमिश्नर ने पूरे मामले की जानकारी ग्वालियर SSP धर्मवीर सिंह यादव को भी दे दी है. शिकायत मिलने के बाद SSP के निर्देश पर पुलिस की IT सेल इस मामले को लेकर एक्टिव हो गई है. फिलहाल, ग्वालियर पुलिस ने इस अज्ञात ठग तक पहुंचने के लिए जांच पड़ताल शुरू कर दी है. 

Advertisement

ये भी पढ़ें- MP की स्कूलों में 10 वर्षों में घटी 21 लाख बच्चों की संख्या, प्राइवेट विद्यालयों का भी है बुराहाल

Topics mentioned in this article