Omkareshwar Jyotirlinga: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की धार्मिक तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब विश्रामालय की व्यवस्था भी शुरू की गई है. यहां तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में कोविड काल के समय से बंद पड़ा ज्योतिर्लिंग श्री ओंकारेश्वर मंदिर संस्थान का अधूरा विश्रामालय अब एक बार फिर से खंडवा कलेक्टर ऋषव गुप्ता के निर्देश और ज्योतिर्लिंग मंदिर संस्थान के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और पुनासा एसडीएम शिवम प्रजापति के द्वारा शुरू करवाया गया है.
इसके साथ ही इस विश्रामालय भवन में भक्तों के सोने के लिए सुसज्जित पलंग, गर्मी से बचाव के लिए कूलर, छत पर फॉल सीलिंग, और व्यवस्थित विद्युत व्यवस्था के साथ ही अटैच टॉयलेट सहित संस्थान के सेवादार इत्यादि के इंतजाम भी किए गए हैं.
क्या बोले एसडीएम?
इस व्यवस्था को लेकर एसडीएम प्रजापति ने बताया कि कोविड के समय से ओंकार प्रसादालय स्थित यह भवन अधूरा पड़ा था, जिसे अब आम भक्तों के लिए एक सामान्य शुल्क पर सुविधाजनक रूप से तीर्थयात्रियों के हित में उपयोग में लाया जाएगा. यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए इसकी विधिवत शुरुआत भी कर दी गई है. बता दें कि लगभग कोविड काल के समय से ही यह भवन और यहां की रुकने की व्यवस्थाएं बंद थी. जबकि दूर-दूर से श्रद्धालु यहां आते हैं, जिसमें से कई लोग ऐसे भी होते हैं जो अधिक शुल्क दे पाने में असमर्थ होते हैं. उन्हीं जरूरमंद लोगों की सुविधा के लिए यह व्यवस्था शुरू की गई है. इस विश्रामालय का लाभ यहां आने वाले सभी तीर्थयात्री ले सकते हैं.
क्या है शुल्क?
इसके लिए नाम मात्र का शुल्क भी रखा गया है, जो कि 100/- रुपए में रात्रि विश्राम ओर 50/- रुपए में करीब 4 घंटे तक के लिए यहां रखा गया है. इसको लेकर जिला प्रशासन का मूल उद्देश्य देश और दुनिया से आने वाले भक्तों को अधिक से अधिक सरल सुविधा मुहैया कराना है. ताकि तीर्थयात्री यहां आकर अच्छा अनुभव लेकर जाएं.
खाने की भी रहेगी सुविधा
खंडवा एडीएम काशीराम बडोले ने बताया कि, ओंकारेश्वर में आने वाले भक्तों के लिए वहां बने प्रसादालय में एक अच्छी सुविधा शुरू की गई है. यहां कोई भी भक्त यदि अब 24 घंटे के लिए रुकना चाहता है तो, उसका मात्र 100 रु चार्ज उसे देना होगा. यदि कोई भक्त कम समय जैसे कि मात्र 4 घंटे तक के लिए रुकना चाहता है तो उसे मात्र 50 रु चार्ज देना होगा. यहां पहले मिनिमम चार्ज के साथ खाने की सुविधा भी शुरू की गई थी, और अब रुकने के लिए व्यवस्था कर दी गई है. यहां महिला एवं पुरुषों दोनों के रुकने के लिए अलग-अलग हॉल की व्यवस्था की गई है, जिनमें लगभग 20-20 बेड लगवाए गए हैं.
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