NSUI नेता का आरोप : व्यापम और नर्सिंग से बड़ा है DAY-NULM घोटाला, कार्रवाई नहीं हुई तो होगा उग्र प्रदर्शन

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election 2023) में कुछ दिन ही बाकी हैं, ऐसे में पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं. कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के नेता (NSUI Leader) भारतीय जनता पार्टी की सरकार (BJP Government) में हुए घोटाले को लेकर हमलावर है.

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भोपाल:

Madhya Pradesh News : मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election 2023) में कुछ दिन ही बाकी हैं, ऐसे में पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं. कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के नेता (NSUI Leader) भारतीय जनता पार्टी की सरकार (BJP Government) में हुए घोटाले को लेकर हमलावर है. एनएसयूआई नेता रवि परमार ने गुरुवार को नगरीय प्रशासन आयुक्त भरत यादव के कार्यालय के बाहर सांकेतिक प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि व्यापम और नर्सिंग घोटाले से भी बड़ा घोटाला दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM)  में हुआ है.

करोड़ों-अरबों रुपए का घोटाला

रवि परमार ने ज्ञापन के माध्यम से नगरीय प्रशासन आयुक्त (Commissioner MP Urban Administration and Development) को अवगत कराया कि मध्यप्रदेश में दलालों के माध्यम से कुछ फर्जी संस्थाओं द्वारा DAY-NULM परियोजना में करोड़ों-अरबों रुपए का घोटाला हुआ है. परमार का दावा है कि वर्ष 2021-22 में नगर पालिका निगम भोपाल और अन्य नगर पालिकाओं द्वारा कई फर्जी संस्थाओं को DAY-NULM परियोजना के अंतर्गत प्रशिक्षण कार्य दिया गया. जिसमें संस्थाओं द्वारा फर्जी छात्र-छात्राओं का पंजीयन कर प्रशिक्षण के फर्जी दस्तावेज और फर्जी फोटो विडियो बनाकर निगम से प्रशिक्षण कार्य के नाम करोड़ों रुपए की राशि वसूली गई है.

परमार ने बताया कि प्रशिक्षण केन्द्रों का समय-समय पर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा निरीक्षण भी किया गया लेकिन निरीक्षणकर्ता ने भी नियमों को अनदेखा कर फर्जी संस्थाओं से आपसी सांठगांठ और पैसों का लेन-देन कर फर्जी निरीक्षण रिपोर्ट जमा करके निगम को गुमराह किया.

नगरीय प्रशासन आयुक्त ने दिया आश्वासन

एनएसयूआई की मांग पर नगरीय प्रशासन विभाग के आयुक्त भरत यादव ने छात्र नेता रवि परमार को आश्वासन दिया कि जल्द ही एक कमेटी गठित कर पूरे मामले की जांच करेंगे. फर्जी संस्थाओं जो प्रशिक्षण की राशि दी गई हैं उसकी रिकवरी कर मुकदमा दर्ज करते हुए ब्लैकलिस्ट करने की कार्रवाई करेंगे साथ ही निगम के जो भी अधिकारी-कर्मचारी इसमें संलिप्त होंगे उन पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करेंगे.

कागजों में दिया गया प्रशिक्षण

परमार ने बताया कि जब हमने कुछ संस्थाओं की जांच कि तो पाया कि भोपाल में सीपीआईटी एज्युटेक प्राइवेट लिमिटेड प्रशिक्षण संस्था द्वारा दो अगल-अलग संकाय में 360 बच्चों को कागजों में प्रशिक्षण देना दर्शाया गया जिसके लिए संस्था को निगम से 46 लाख 94 हजार 820 रुपए प्राप्त हुए. वहीं दूसरी संस्था शिव एजुकेशन सोसाइटी द्वारा तीन अलग-अलग संकाय में 540 बच्चों को प्रशिक्षण देना कागजों में दर्शाया गया जिसके लिए संस्था को निगम से 80 लाख 43 हजार 116 रुपए  प्राप्त हुए.

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ज्ञापन में बताया गया है कि दोनों फर्जी संस्थाओं द्वारा कुल मिलाकर एक करोड़ 26 लाख 77 हजार 936 रुपए की राशि का गबन किया गया. इसके साथ ही यह भी बताया गया कि प्रदेश में ऐसी सैकड़ों फर्जी संस्थाएं DAY-NULM परियोजना में फर्जीवाड़ा कर अरबों रुपए का गबन कर रही हैं. पूरे प्रदेश में DAY-NULM परियोजना के अंतर्गत सत्र 2021-22 में 322 संस्थाओं ने 1 लाख के लगभग छात्र छात्राओं को प्रशिक्षण देना दिखाया गया.

ट्रेनर भी फर्जी

NSUI नेता परमार ने कहा कि यही नहीं संस्थाओं द्वारा फर्जी ट्रेनर भी दिखाए गई हैं. संस्थाओं द्वारा जिन ट्रेनर्स के नाम दस्तावेजों में लिखे हैं वास्तविक में वो ट्रेनर्स ही नहीं हैं. रवि परमार ने बताया कि सरकार द्वारा जिस राशि को गरीब छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण देने के लिए स्वीकृत किया गया, उसका निगम के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी संस्थाओं द्वारा गबन किया गया. NSUI ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं कि गई तो एनएसयूआई EOW और लोकायुक्त में शिकायत करने के साथ साथ उग्र प्रदर्शन करेगी.

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