अब MP में तीसरी और छठी के स्टूडेंट्स को देना होगा मॉक टेस्ट, लागू होगी स्कूलों में नई शिक्षा व्यवस्था

MP School News: सरकारी स्कूलों में तीसरी और छठवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम सुधारने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है. इसके लिए शिक्षा विभाग ने एक्शन प्लान तैयार कर लिया है.अब इन कक्षा के विद्यार्थियों को साल में तीन मॉक टेस्ट देना होगा. इसके बाद परीक्षा परिणाम खराब रहने के कारणों का आंकलन किया जाएगा.

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MP News in Hindi: स्कूल शिक्षा विभाग मध्य प्रदेश के स्कूलों में एक नई व्यवस्था को लागू करने जा रहा है. अब  प्रदेश के सरकारी स्कूलों में तीसरी और छठवीं कक्षा के स्टूडेंट्स का मॉक टेस्ट लिया जाएगा, ताकि उनकी सीखने की क्षमता का आकलन किया जा सके. इस व्यवस्था का उद्देश्य प्रदेश भर के तमाम सरकारी स्कूलों के बच्चों पर पढ़ाई का बोझ कम करना है और उन्हें बेहतर तरीके से पढ़ाया जाना है. 

विद्यार्थियों को देने होंगे तीन मॉक टेस्ट

साल भर में ऐसे तीन मॉक टेस्ट लिए जाएंगे और विद्यार्थियों को परखा जाएगा. टेस्ट के परिणाम के आधार पर उन विषयों की पहचान की जाएगी, जिनके प्रश्नों के उत्तर विद्यार्थी नहीं दें पाए हैं या उन्हें इसे देने में परेशानी का सामना करना पड़ा. उन विषयों के शिक्षकों द्वारा छात्रों को लगातार प्रैक्टिस कराई जाएगी. दूसरी और इसे लेकर अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एनएएस) मैं बेहतर प्रदर्शन के लिए जरूरी है. साल 2021 में आई इसकी रिपोर्ट में प्रदेश को देशभर में पांचवा स्थान मिला था. इस तिमाही टेस्ट से वार्षिक परीक्षा का परिणाम भी सुधरने की उम्मीद की जा रही है. राज्य शिक्षा केंद्र ने सभी जिले के जिला परियोजना समन्वय को निर्देश जारी कर दिए हैं.

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ओएमआर शीट पर देना होगा उत्तर

स्कूलों से भी कहा गया है कि स्टूडेंट और टीचर के प्रदर्शन की समीक्षा इस मॉक टेस्ट के जरिए की जाए. वहीं इसकी मदद से वार्षिक परीक्षा से पहले या एनएएस से पहले स्टूडेंट की हर-एक कमी को दूर करने का प्रयास किया जाए. इसके प्रश्न राज्य शिक्षा केंद्र से भेजे जाएंगे, इसका उत्तर ओएमआर शीट पर देना होगा सभी कक्षाओं के परिणाम ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड करना होगा. 

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मॉक टेस्ट में ऐसे आएंगे प्रश्न

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राजधानी भोपाल के जिला परियोजना समन्वयक ओपी शर्मा की माने तो तीसरी व छठवीं कक्षा के विद्यार्थियों का मॉक टेस्ट लेकर सीखने की क्षमता का आकलन किया जाएगा. इससे एनएएस और वार्षिक परीक्षा के परिणाम भी सुधरेंगे बच्चों को काफी मदद मिलेगी.

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दोनों कक्षाओं के मॉक टेस्ट में बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे. तीसरी कक्षा के टेस्ट में कुल 45 प्रश्न होंगे, इसे डेढ़ घंटे में हल करना होगा. छठवीं कक्षा में 60 प्रश्न होंगे, इसके लिए 2 घंटे का समय दिया जाएगा.

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