BPL Card Scam: अब मध्य प्रदेश में बीपीएल कार्ड घोटाला, 5-10 हजार रुपए लेकर बनाए गए सैकड़ों फर्जी कार्ड बरामद

BPL Card Scam In Tikamgarh: NDTV से एक्सक्लूजिव बातचीत में बल्देवगढ़ अनुभाग की एसडीएम ने फर्जी बीपीएल कार्ड रैकेट को स्वीकारते हुए कहा कि मामले की जांच की जी रही है. उन्होंने बताया कि उनके पास फर्जी तरीके से बनाए गए 78 फर्जी बीपीएल कार्ड की लिस्ट मौजूद है, जिसकी जांच की जा रही है.

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Fake BPL card seized in Tikamgarh

BPL Card Scam: मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में फर्जी तरीके से बनाए गए सैकड़ों बीपीएल कार्ड बरामद किए गए हैं. फर्जी बीपीएल कार्ड रैकेट में तहसील स्टाफ, कियोस्क संचालक और एक वकील शामिल बताए जा रहे हैं. टीकमगढ़ में पिछले 2 साल से चल रहे फर्जी बीपीएल कार्ड रैकेट का खुलासा सबसे पहले NDTV की टीम ने किया है.

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NDTV से एक्सक्लूजिव बातचीत में बल्देवगढ़ अनुभाग की एसडीएम ने फर्जी बीपीएल कार्ड रैकेट को स्वीकारते हुए कहा कि मामले की जांच की जी रही है. उन्होंने बताया कि उनके पास फर्जी तरीके से बनाए गए 78 फर्जी बीपीएल कार्ड की लिस्ट मौजूद है, जिसकी जांच की जा रही है. 

लोगों के 5-10 हजार रुपए लेकर फर्जी बीपीएल कार्ड बनाए गए

रिपोर्ट के मुताबिक जिले के खरगापुर विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों गांवों में लोगों के फर्जी बीपीएल कार्ड बनाए गए हैं. फर्जी बीपीएल कार्ड रैकेट से जुड़े लोगों ने लोगों से 5- 10 हजार रुपए लेकर लोगों के फर्जी कार्ड बनाए. एनडीटीवी की टीम ने जब गांव-गांव जाकर पड़ताल किया तो कियोस्क संचालक, तहसील स्टॉफ और एक वकील की मिलीभगत सामने आई.

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तहसील बाबू, वकील और कियोस्क संचालक को कार्ड बनाने के पैसे दिए 

लोगों से बातचीत में बताया कि किसी ने खरगापुर तहसील के बाबू, तो किसी ने मिंटू नामक अधिवक्ता, तो किसी ने कियोस्क को फर्जी बीपीएल कार्ड बनाने के लिए पैसे दिए. साल 2023 से सक्रिय खरगापुर तहसील स्टॉफ और कियोस्क संचाल की मिलीभगत से लगातार यह कारोबार बिना रोक-टोक के कर रही है.

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ऐसे हुआ टीकमगढ़ में फर्जी बीपीएल कार्ड बनाने वाले रैकेट का खुलासा

बताया जाता है, जिन लोगों ने बीपीएल कार्ड बनाने के पैसे दिए और समय पर कार्ड नहीं हुआ, इससे फर्जी बीपीएल कार्ड  रैकेट का खुलासा हुआ. माना जा रहा है कि जिले में चल  रहे बीपीएल कार्ड घोटाले में कुछ अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं. क्योंकि खरगापुर तहसीलदार मंगेश सिंह मीडिया से नजर बचाते नजर आए हैं. 

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फर्जी बीपीएल कार्ड की लिस्ट की संख्या

एसडीएम के हाथ लगी फर्जी बीपीएल कार्ड वाली 78 की लिस्ट

NDTV की पड़ताल के मुताबिक 78 फर्जी बीपीएल कार्ड वर्तमान में तैनात तहसीलदार के कार्यकाल में बनाए गए हैं. माना जा रहा है कि अगर मामले की गहराई में की गई, तो परिणा चौंकाने वाले हो सकते हैं. दावा किया जा रहा है कि जिले में फर्जी तरीके से बनाए गए बीपीएल कार्ड की संख्या 500 से 1000 तक जा सकती है. 

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तहसीलदार ने फर्जी तरीके बीपीएल कार्ड का आर्डर जारी किया

मामले पर कुछ राजस्व अधिकारियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि फर्जी तरीके से बनाए गए बीपीएल कार्ड का आर्डर मौजूदा तहसीलदार ने जारी किया है. आरोप है कि रैकेट में शामिल तहसील के कुछ बाबू ने 10 बीपीएल कार्ड का आर्डर दिया तो रैकेट सरगनाओं ने 10 के आगे 1 बढ़ाकर 101 कार्ड बना दिए.

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फर्जी बीपीएल कार्ड रैकेट में शामिल वकील मिंटू ने खुद को रैकेट से अलग करते हुए कहा है कि फर्जी बीपीएल कार्ड फर्जीवाड़े तहसीलदार और तहसील के बाबू जिम्मेदार हैं. हालांकि आरोपी वकील ने ही फर्जी बीपीएल कार्ड बनाने के लिए कागज और शपथपत्र बनवाए थे. 

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रैकेट में जनपद पंचायत से लेकर ग्राम पंचायत और तहसीलदार कार्यालय शामिल

सवाल है कि जब अधिकारियों के सामने ही इतना बड़ा फ्रॉड हुआ. फर्जी बीपीएल कार्ड बनाने के खेल में जनपद पंचायत से लेकर ग्राम पंचायत और तहसीलदार कार्यालय के बाबू खिलाड़ी है. बड़ी बात यह है कि पिछले 2 साल से यह गंदा खेल जारी है, लेकिन जिला प्रशासन की नींद नहीं टूटी.

बल्देवगढ़ एसडीएम ने स्वीकारा, बीपीएल कार्ड में फर्जीवाड़े पर लगा दी है मुहर

बलदेवगढ़ तहसील ओर खरगापुर तहसीलदार के अधिकारी और कर्मचारी फर्जी बीपीएल कार्ड बनाने के मामले में कुछ बोलने से कन्नी काट रहे हैं, लेकिन बल्देवगढ़ एसडीएम ने फर्जीवाड़े को स्वीकार कर बीपीएल कार्ड में फर्जीवाड़े पर मुहर लगा दी है. फर्जीवाड़े में तहसीलदार का किरदार संदिग्ध हैं, क्योंकि बिना उनकी मर्जी के फर्जी कार्ड कैसे जारी हुए? 

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