5G के टाइम यहां 2G नेटवर्क ही नहीं, आदिवासियों को राशन लेने में आ रही समस्या; कई घरों में नहीं पहुंच रहा चावल

Kawardha News: कबीरधाम जिले के वनांचल क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क की समस्या गंभीर है, जिससे राशन वितरण में परेशानी हो रही है. हितग्राही 10 किलोमीटर दूर पैदल जाकर नेटवर्क क्षेत्र में अंगूठा लगाते हैं और फिर वापस गांव आकर चावल लेते हैं.

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Kabirdham Hindi News: एक ओर भारत में 5G नेटवर्क पहुंचने के बाद 6G पर काम चल रहा है. दूसरी ओर देश के कुछ इलाकों में मोबाइल नेटवर्क के लिए टावर ही नहीं है. इसके चलते लोगों को परेशानी के साथ राशन बांटने वाले दुकानदारों को भी समस्या आ रही है. मोबाइल नेटवर्क की कवर्धा इलाके के वनांचल क्षेत्र में भारी समस्या है.

इस इलाके में मोबाइल व इंटरनेट सेवा के लिए नेटवर्क नहीं है. इससे राशन बांटने में दुकानदार को काफी परेशानी हो रही है. वहीं, हितग्राही राशन लेने से पहले 10 किलोमीटर दूर नेटवर्क में जाकर अंगूठा लगाते हैं, फिर वापस गांव आकर चावल लेते हैं.

10 किमी चलना पड़ता है पैदल

बोड़ला ब्लॉक के चेंद्रादादर गांव में राशन लेने वाले बैगा आदिवासी हितग्राही 10 किलोमीटर दूर पैदल जाकर बायोमैट्रिक पास मशीन में अंगूठा लगाते हैं, जिसका ऑनलाइन वितरण दर्ज करने के बाद सेल्समैन वापस गांव आकर हितग्राहियों को चांवल बांटता है. कई हितग्राही ऐसे हैं, जिनके पास कोई साधन नहीं हैं और वृद्ध कमजोर हैं. वो 10 किलोमीटर दूर नहीं जा पाते, जिस वजह से उन्हें चावल नहीं मिल पाता.

हितग्राहियों और सेल्समैन का कहना है कि ऑफलाइन वितरण के लिए प्रशासन को कई बार आवेदन दे चुके हैं, फिर भी कोई समाधान नहीं हो रहा है. उनकी मांग है कि नेटवर्क की व्यवस्था की जाए या ऑफलाइन राशन वितरण किया जाए.

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