NEET UG Result 2025 :  नीट के रिजल्ट पर हाईकोर्ट ने लगाई रोक, बिजली गुल मामले में बड़ा झटका

NEET UG Result 2025 :  नीट के रिजल्ट को लेकर बड़ा अपडेट आया है. मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की खंडपीठ इंदौर ने इस पर रोक लगा दी है.  बता दें, अधिकांश सेंटर में बिजली गुल होने की वजह से परीक्षा के दिन कई कैंडिडेट्स गुस्से में थे.उनका पेपर प्रभावित हुआ था.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
NEET UG Result 2025 पर खंडपीठ इंदौर ने रोक लगा दी है.

Madhya Pradesh High Court :  नीट यूजी की परीक्षा के दिन मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के करीब 11 सेंटर्स में बिजली गुल रही थी. इसकी वजह से प्रतिभागियों की परीक्षा प्रभावित हुई थी. साथ ही परीक्षा केंद्रों की बड़ी लापरवाही भी उजागर हुई थी. वहीं, अब नीट यूजी के रिजल्ट को लेकर बड़ा अपडेट आया है. कुल मिलाकर बिजली गुल मामले में बड़ा झटका लगा है.  NEET-UG 2025 रिजल्ट पर एमपी हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने रोक लगा दी है.

अगली सुनवाई तक परीक्षा परिणाम घोषित न किया जाए- हाईकोर्ट

NEET-UG 2025 के परीक्षा परिणाम को लेकर हाईकोर्ट ने कहा कि अगली सुनवाई तक परीक्षा परिणाम घोषित न किया जाए. साथ ही कोर्ट ने निर्देश भी दिया है. बता दें, NDTV लगातार प्राथमिकता से नीट एग्जाम में हुई लापरवाही को लेकर छात्रों की समस्याओं से जुड़ी खबरों उठा रहा है. NEET-UG का एग्जाम देने वाले प्रतिभागियों की समस्या को भी सबके सामने लाया गया है.  

न्यायालय ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को निर्देश दिया

गुरुवार को हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने NEET-UG 2025 परीक्षा को लेकर बड़ा अंतरिम फैसला सुनाया है. हाईकोर्ट में क्रमांक संख्या -17724/2025 में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को निर्देश दिया है. NTA की परीक्षा के दौरान परीक्षा हॉल की बत्ती गुल हुई थी.बिजली न होने के चलते 11 सेंटरों के बच्चों का पेपर खराब हुआ था.

WP_17344_2025_Order_15-05-2025_digi by tarunendra111

Advertisement

इंदौर में करीब 600 छात्रों का पेपर प्रभावित हुआ था

बता दें, नीट एग्जाम में इंदौर के 49 सेंटर पर परीक्षा करवाई गई थी, जिनमें कई सेंटर पर आंधी तूफान के कारण बिजली न होने से छात्रों ने अंधेरे में पेपर दिया था. 27 हजार छात्र इंदौर में एक्जाम देने पहुंचे थे. वहीं, लगभग 600 छात्रों को बिजली गुल होने से तकलीफ हुई.इनका पेपर प्रभावित हुआ था. इसको लेकर पैरेंट्स और छात्रों में गुस्सा साफ तौप पर देखा गया था. कलेक्टर की जनसुनवाई के दौरान अभिभावकों ने इसकी शिकायत की थी.