Ramnath Goenka Award: एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार अनुराग द्वारी को प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका अवार्ड से सम्मानित किया गया है. मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के रेजिडेंट एडिटर अनुराग तिवारी लगातार नर्सिंग घोटाले को लेकर के खबरें करते रहे हैं. एनडीटीवी की लगातार जांच के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने नर्सिंग कॉलेज घोटाले के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है, जिससे लगभग 1.25 लाख छात्र प्रभावित हुए हैं.
NDTV की जांच में मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों के कामकाज में घोर अनियमितताएं पाई गईं. स्वास्थ्य शिक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारी ऐसे नर्सिंग कॉलेज चलाते पाए गए, जिनका कोई कैंपस भी नहीं था. कुछ "कॉलेज" तो चंद कमरों में चलते पाए गए थे. चौंकाने वाले खुलासे के बाद राज्य नर्सिंग काउंसिल ने 19 कॉलेजों की संबद्धता रद्द कर दी. हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने 2020-21 में पंजीकृत 670 कॉलेजों के कामकाज की जांच हुई.
एनडीटीवी ने किया था ये खुलासा
एनडीटीवी की जांच में पहले पाया गया था कि कई नर्सिंग कॉलेज बिना उचित फैकल्टी या बुनियादी ढांचे के चल रहे थे. एक फैकल्टी सदस्य तीन शहरों में कम से कम 10 कॉलेजों में पढ़ाते हुए पाया गया - कुछ में प्रिंसिपल और अन्य में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप पाए गए थे .एनडीटीवी ने यह भी पाया कि जिन कॉलेजों में कोई फैकल्टी नहीं है, वे "प्रमाणपत्र" बांटते हैं.
मध्यप्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों के फर्जीवाड़े (Nursing College Fraud) का मुद्दा लंबे समय से चर्चा में रहा है. इस फर्जीवाड़े को लेकर NDTV ने भी समय-समय पर कई चौंकाने वाले खुलासे किए है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) जब मध्य प्रदेश में 600 से ज्यादा नर्सिंग कॉलेजों की जांच कर रहा था. तब NDTV ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक ऐसे कॉलेज का दौरा किया था. तब हमने अपनी पड़ताल में पाया था कि महज 3 कमरों में ये नर्सिंग कॉलेज चल रहा था. जबकि कागजों में यहां 100 बेड दिखाए गए थे.
सिर्फ कागजों पर मौजूद थे कई कॉलेज
पिछले कुछ साल से एनडीटीवी की ग्राउंड रिपोर्ट्स में मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों के कामकाज में भारी अनियमितताएं पाई गईं. स्वास्थ्य शिक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारी ऐसे नर्सिंग कॉलेज चलाते पाए गए, जिनके पास कोई परिसर तक नहीं था. कई कॉलेज 2-3 कमरों में चलते हुए पाए गए, तो कई सिर्फ कागजों पर मौजूद थे.
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) जब मध्य प्रदेश में 600 से ज्यादा नर्सिंग कॉलेजों की जांच कर रहा था. तब NDTV ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक ऐसे कॉलेज का दौरा किया था. तब हमने अपनी पड़ताल में पाया था कि महज 3 कमरों में ये नर्सिंग कॉलेज चल रहा था. जबकि कागजों में यहां 100 बेड दिखाए गए थे.
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