Naxals Surrender: 24 लाख के इनामी समेत 9 नक्सलियों ने किया सरेंडर, अब जीना चाहते हैं शांति की जिंदगी

Naxal Surrender Updates: सरेंडर करने वाले नक्सलियों में  माड़ डिवीजन के कंपनी नंबर 1, प्लाटून नंबर 12 और 13 के सक्रिय सदस्य, टेक्निकल टीम सदस्य, चिन्नापल्ली एरिया कमेटी के सदस्य, भूमकाल मिलिशिया कमांडर और यूएकेएमएस सदस्य शामिल हैं.

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Surrender of Naxals: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर (Bijapur) में नक्सल उन्मूलन की दिशा में बुधवार को एक  बार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी. दरअसल, यहां 24 लाख रुपये के  6 ईनामी माओवादियों समेत कुल 9 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का फैसला लिया.

सरेंडर करने वाले नक्सलियों में  माड़ डिवीजन के कंपनी नंबर 1, प्लाटून नंबर 12 और 13 के सक्रिय सदस्य, टेक्निकल टीम सदस्य, चिन्नापल्ली एरिया कमेटी के सदस्य, भूमकाल मिलिशिया कमांडर और यूएकेएमएस सदस्य शामिल हैं. जिन्हें शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि का चेक भी प्रदान किया गया.

इन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

  • बक्सू ओयाम – माड़ डिवीजन कंपनी नं. 01 का सदस्य, 8 लाख रुपये का था इनामी, 2007 से था सक्रिय.
  • बुधराम पोटाम – प्लाटून नं. 12 का ACM, 5 लाख रुपये का था इनामी, 2000 से था सक्रिय.
  • हिड़मा ऊर्फ हिरिया – प्लाटून नं. 13 का ACM, 5 लाख रुपये का था इनामी, 2010 से था सक्रिय.
  • मंगू उईका ऊर्फ टोग्गी – टेक्निकल टीम सदस्य, 2 लाख का इनामी, 2004 से था सक्रिय.
  • रोशन कारम ऊर्फ सोनू – चिन्नापल्ली एरिया कमेटी सदस्य, 2 लाख का इनामी.
  • मंगलों पोड़ियाम – भैरमगढ़ एरिया कमेटी सदस्य, 2 लाख का इनामी.
  • कमलू हेमला – यूएकेएमएस सदस्य, 2006 से था सक्रिय.
  • बुधराम हेमला – यूएकेएमएस सदस्य, 2014 से था सक्रिय.
  • पंडरू पूनेम ऊर्फ पदखूटा – भूमकाल मिलिशिया कमांडर, 1997 से था सक्रिय.

नक्सली तेजी से कर रहे हैं आत्मसमर्पण

दरअसल, सरकार नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए बस्तर में लगातार नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है, जिससे नक्सलियों के हौसले पस्त है. बरसात में ऑपरेशन मानसून के तहत भी जवान नक्सलियों के शरणस्थली और महफूज ठिकानों पर धावा बोल रहे हैं, जिसकी वजह से नक्सली मौका पाते ही सरेंडर कर रहे हैं.

बीजापुर एसपी  बताया बड़ी सफलता

बीजापुर एसपी  डॉ. जितेंद्र यादव ने बताया कि एक जनवरी 2025 से अब तक 277 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है. वहीं, 310 माओवादी गिरफ्तार और 131 माओवादी मारे गए हैं. 2024 से अब तक कुल 1013 माओवादी गिरफ्तार हो चुके हैं. वहीं, इस दौरान 466 ने आत्मसमर्पण किया. उन्होंने कहा कि यह छत्तीसगढ़ शासन, सुरक्षा बलों और जन सहयोग से चलाए जा रहे अभियान की बड़ी उपलब्धि है.

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एसपी ने बचे हुए नक्सलियों से की ये अपील

इसके साथ ही एसपी  डॉ. जितेंद्र यादव ने सभी माओवादियों से अपील की है कि वे भ्रामक विचारधारा छोड़कर शासन की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाएं और समाज की मुख्यधारा में लौट कर सम्मानजनक जीवन व्यतीत करें. उन्होंने कहा कि शासन की ओर से पुनर्वास, रोजगार, शिक्षा और सुरक्षा जैसी कई योजनाएं उपलब्ध हैं.

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इन सभी माओवादियों ने बुधवार को बीजापुर में दंतेवाड़ा रेंज डीआईजी कमलोचन कश्यप, डीआईजी बीएस नेगी, एसपी डॉ. जितेंद्र यादव, सीआरपीएफ कमांडेंट्स की मौजूदगी में सरेंडर किया. बीजापुर सहित पूरे बस्तर में लगातार आत्मसमर्पण की खबरें इस बात का संकेत दे रही हैं कि माओवादी संगठन का ढांचा कमजोर हो रहा है और क्षेत्र में शांति की बहाली की दिशा में राज्य सरकार के प्रयास रंग ला रही है. 

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