Madhya Pradesh News : ग्वालियर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (Narcotics Control Bureau) के अधीक्षक सेल्वा मुरुगन ने आत्महत्या कर ली है. बताया जा रहा है कि अधीक्षक ने आत्महत्या के लिए पहले कोल्ड ड्रिंक में चूहे मारने वाला सल्फास मिलाकर पिया, इसके बाद नींद की कई गोलियां भी खाईं. देर रात अधीक्षक सेल्वा मुरुगन की हालत बिगड़ने पर परिजनों को सल्फास खाने का पता चला. जिसके बाद परिजनों ने उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया लेकिन उनकी मौत हो गई. मुरार थाना पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
पुलिस के अनुसार मृतक मुरुगन का अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. आत्महत्या की वजह का खुलासा फिलहाल नहीं हो सका है. पुलिस ने बताया कि अभी तक परिजनों द्वारा कोई भी बयान दर्ज नहीं कराया गया है. अंत्येष्ठि होने के बाद उनसे पूछताछ की जाएगी.
ये भी पढ़ें - MP Election 2023: मध्य प्रदेश में कौन होगा कांग्रेस का CM फेस? रणदीप सुरजेवाला ने बताया नाम
वेंटिलेपर पर तोड़ा दम
मुरार थाने के टीआई एम एस मालवीय ने बताया कि मुरार हाइवे के आगे स्थित एमरॉल्ड सिटी में रहने वाले सेल्वा मुरुगन नारकोटिक्स मुख्यालय में अधीक्षक थे. उन्होंने चार अक्टूबर को अचानक कोल्ड ड्रिंक पिया और नींद की गोलियां भी खाईं. देर रात उनकी हालत बिगड़ने पर उनकी पत्नी ने पूछताछ की तो पता लगा उन्होंने पहले कोल्ड ड्रिंक में सल्फास घोलकर पिया और उसके बाद नींद की कई गोलियां खाई हैं. इससे घबराकर उनकी पत्नी उन्हें लेकर तत्काल एक निजी हॉस्पिटल पहुंची. जहां हालत नाजुक होने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया लेकिन शनिवार को उन्होंने दम तोड़ दिया.
चार माह पहले भी की थी आत्महत्या की कोशिश
जांच में पता लगा कि अधीक्षक सेल्वा मुरुगन ने 4 माह पहले भी अपनी जान देने की कोशिश की थी. 31 मई को मुरुगन खुदकुशी करने की मंशा से ऑटो से ग्वालियर रेलवे स्टेशन पहुंचे थे, लेकिन इसकी भनक पाकर पीछे से उनकी पत्नी भी वहां पहुंच गईं थी. जिसके बाद उनकी पत्नी ने स्टेशन डायरेक्टर और आरपीएफ की मदद से खोजबीन कर उन्हें आत्महत्या करने से रोक लिया था. बताया जा रहा है कि इसके बाद वहां पर अधिकारियों ने उनकी काउंसलिंग भी की थी.
ये भी पढ़ें - रायगढ़ पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 9 लाख की लूटपाट करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार