पैर से है विकलांग, लेकिन अपराध में शातिर ठेकेदार... तीन मजदूरों का किया अपहरण, घने जंगल में एक की हुई दर्दनाक मौत

Kidnapping and Murder Case: चार महीने की कड़ी मेहनत के बाद पुलिस ने जिले में हुए मौत और अपहरण का खुलासा किया है. मारपीट के बाद तीन मजदूरों का अपहरण और हत्या के मामले में आरोपी ठेकेदार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. घटना की सच्चाई सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे... 

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Labour Murder Case: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के धार (Dhar) जिले के पीथमपुर में तीन मजदूरों के अपहरण और उनमें से एक की हत्या (Kidnapping and Murder) का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पूरे कांड को बहुत शातिर तरीके से अंजाम दिया गया. आपसी रंजिश के चलते सरिया फैक्टरी में काम करने वाले बिहार के तीन गरीब मजदूरों का पहले अपहरण किया गया, फिर उनकी जमकर पिटाई की गई. उसके बाद उन्हें घायल अवस्था में घने जंगलों में छोड़ दिया गया, जहां एक मजदूर की दर्दनाक मौत हो गई. पुलिस ने मामले में आरोपी ठेकेदार (Contractor) समेत चार अन्य को गिरफ्तार किया है. बताया गया कि पूरा मामला 4 महीने पुराना था. 

अपहरण कर जंगलों में छोड़ा

करीब चार महीने पहले धार जिले के पीथमपुर की शिवांगी सिरया कंपनी में काम करने वाले तीन श्रमिक, शत्रुघ्न, दीपन और सुबोध के साथ कंपनी के ही एक ठेकेदार तुलसीराम ने तीन साथियों के साथ मिलकर कंपनी के ही सर्वेंट क्वार्टर में डंडों और लात-घुसो से जमकर पिटाई की. जिसके बाद आरोपी ठेकेदार ने अपने साथियों के साथ मिलकर सभी पीड़ितों का अपहरण किया और स्विफ्ट कार में अलग-अलग जंगलों में उनको छोड़ आया. इनमें से एक मजदूर शत्रुघ्न को रतलाम के जंगल में छोड़ दिया गया था. शत्रुघ्न को गंभीर चोट आई थी, जिसकी वजह से जंगल में ही उसकी मौत हो गई थी.

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मजदूर के अपहरण और हत्या मामले में पुलिस ने किया पांच आरोपियों को गिरफ्तार

बिहार में मृतक मजदूर की पत्नी ने दर्ज करवाई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट

शत्रुघ्न के दो साथी दीपन और सुबोध तो सही सलामत अपने घर पहुंच गए थे. जबकि, मृतक शत्रुघ्न करीब दो महीने से अपने घर नहीं पहुंचा था. मृतक की पत्नी ने बाद में बिहार में अपने गृह थाना क्षेत्र में पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. बिहार से गुमशुदगी कायम होकर धार एसपी के पास पहुंची थी. धार एसपी मनोज कुमार सिंह के आदेश पर पीथमपुर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की. पुलिस को जांच में पता चला कि शिवांगी कंपनी में काम करने वाले ठेकेदार तुलसी राम द्वारा इन तीनों लोगों के साथ मारपीट की गई थी. पुलिस ने एक-एक कर कड़ी जोड़ते हुए आरोपियों को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर कड़ी पूछताछ की. तब इन्होंने अपना जुर्म करना कबूल कर लिया.

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घायल कर रतलाम के जंगलों में छोड़ा था

शुरुआती जांच में सामने आया है कि आपसी रंजिश के चलते मारपीट और हत्या की गई थी. मृतक शत्रुघ्न को बुरी तरह घायल करने के बाद रतलाम जिले के बिलपांक के जंगलों में छोड़ दिया गया था. समय पर इलाज न मिलने के कारण उसकी वही मौत हो गई थी. अपहरण किए गए दो अन्य मजदूरों को महू और पीथमपुर के जंगल में छोड़ा गया था. वो दोनों जैसे-तैसे जान बचाकर अपने घर पहुंच गए थे.

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पांच आरोपी गिरफ्तार, एक पैर से विकलांग 

एक मजदूर की हत्या और दो अन्य मजदूरों के अपहरण के मामले में पुलिस ने कुल पांच आरोपियों को कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया है. इस सनसनीखेज हत्या और अपहरण कांड का मुख्य सरगना तुलसीराम ठेकेदार है, जो एक पैर से विकलांग है. लेकिन, बहुत शातिर बताया जा रहा है. वह घटना को अंजाम देने के बाद पश्चिम बंगाल भाग गया था. पुलिस उससे कड़ी पूछताछ कर रही है.

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