MPPSC Aspirants Protest: प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों से क्या बोले सीएम यादव? इन मांगों पर बनी सहमति

MPPSC candidates Protest: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) के अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) से मिला और मांगों का ज्ञापन सौंपा.

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MPPSC Aspirants Protest: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) के अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) से मिला और मांगों का ज्ञापन सौंपा.

बुधवार से इंदौर में आंदोलन कर रहे करीब 2000 अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों को लेकर अधिकारियों से मिले आश्वासन के बाद शनिवार रात को अपना आंदोलन समाप्त कर दिया. मांगों में 2019 एमपीपीएससी मुख्य परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं दिखाना, 2023 परीक्षाओं के परिणाम घोषित करना, 2025 एमपीपीएससी परीक्षाओं के लिए अधिसूचना जारी करना आदि शामिल हैं.

मांगों पर सकारात्मक रूप से विचार कर रही सरकार

एक्स पर एक पोस्ट में मुख्यमंत्री कार्यालय ने यादव के साथ बैठक की पुष्टि की और कहा कि सीएम ने उन्हें बताया कि राज्य सरकार उनकी मांगों पर सकारात्मक रूप से विचार कर रही है. इसके साथ ही सीएम ने कहा कि राज्य सरकार अधिकतम रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है, आने वाले समय में और अधिक पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किए जाएंगे.

इन मांगो पर सहमति बनी-

1. 87% वाले सभी छात्रों की कॉपी दिखाई जाएगी
2. अधिकतम पोस्ट पर भर्ती होगी
3. इंटरव्यू के मार्क्स कम होगे एवं बिना पहचान के आयोजित होंगे
4. 87/13 का शीघ्र निराकरण होगा 
5. MPPSC में सुधार हेतु एक कमेटी का निर्माण होगा(एक सदस्य छात्रों की ओर से रहेगा) देश के सभी राज्य आयोग के नियमों का परीक्षण करके MPPSC में युक्तियुक्त सुधार किए जाएंगे 
6. सहायक प्राध्यापक के साक्षात्कार जल्द आयोजित होंगे
7. भर्ती प्रक्रिया में सुधार के लिए सर सरकार के पोर्टल पर छात्र सुझाव दे सकेंगे.

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क्या थी छात्रों की पांच मांगें

1.) 2019 की मुख्य परीक्षा की कॉपियां दिखाई जाए और मार्कशीट की जाए जारी 

2.) एमपीपीएससी 2025 में राज्य सेवा में 700 और वन सेवा में 100 पदों के साथ नोटिफिकेशन को करें जारी

3.) 2023 राज्य सेवा मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी किया जाए 

4.) 87/13 फॉर्मुला खत्म करके सभी परिणाम 100% पर जारी किए जाए 

5 ) एमपीपीएससी की भर्ती प्रक्रिया में कई सुधार किए जाएं जैसे प्रारंभिक परीक्षा में यूपीएससी की तरह एक भी प्रश्न गलत ना हो. नेगेटिव मार्किंग को शुरू करें, सीजीपीएससी की तरह मुख्य परीक्षा की कॉपी जांची जाएं तो वहीं इंटरव्यू के मार्क्स काम करके बिना कैटेगरी और सरनेम की वीडियो रिकॉर्डिंग साथ आयोजित करें.
 

पटवारी ने दी ये चेतावनी 

इससे पहले शनिवार रात को नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इंदौर में प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की थी. इस बीच, राज्य की भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए एमपी कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने कहा, "सीएम कह रहे हैं कि हम कर रहे हैं, यह हो रहा है, हम करेंगे, यह होगा. ऐसी बातें संदेह पैदा करती हैं. ये शब्द (वादे) नहीं हैं, ये बयान हैं. अगर बयान पूरे नहीं हुए तो हंगामे की जिम्मेदारी भी आपकी (सीएम की) होगी. अगली बार मैं भी धरने पर बैठूंगा."

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