MP Winter Session: विधानसभा में गूंजा खाद की किल्लत का मुद्दा, तीखी बहस के बाद कांग्रेस ने किया वॉकआउट

MP Winter Session: मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन जमकर हंगामा हुआ. सदन में खाद के मुद्दे पर कांग्रेस-बीजेपी में तीखी तकरार देखी गई.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins

MP Winter Session: मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन जमकर हंगामा हुआ. सदन में खाद के मुद्दे पर कांग्रेस-बीजेपी में तीखी तकरार देखी गई. नियम 139 के तहत लोकमहत्व के विषय पर चर्चा शुरू हुई जिसमें मध्यप्रदेश में किसानों को रबी फसल के लिए खाद नही मिलने से उत्पन्न स्थिति के सम्बंध में चर्चा की गई. 

चर्चा की शुरुआत विपक्ष की तरफ से हुई. चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के संरक्षण में खाद की कालाबाजारी हो रही है. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने यह दावा किया कि  उपचुनाव के दौरान श्योपुर और बुधनी में खाद की आपूर्ति की गई जबकि पूरे प्रदेश के किसानों के हाथ खाली रह गए. कांग्रेस विधायकों ने यह भी कहा की खाद के लिए लंबी-लंबी कतारें भी सत्ता पक्ष के विधायकों और मंत्रियों को नजर नहीं आई. नेता प्रतिपक्ष ने चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री की गैरमौजूदगी पर आपत्ति जताई. हालांकि कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना आये और ये कह गए कि खाद की कहीं कोई कमी नहीं है कांग्रेस सिर्फ इसपर राजनीति कर रही है. उधर सहकारिता मन्त्री विश्वास सारंग के भाषण के दैरान जमकर हंगामा हुआ और विपक्षी विधायकों ने नारेबाजी करते हुए वॉक आउट कर दिया.

Advertisement

बरसे बाला बच्चन

विपक्ष से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक बाला बच्चन ने कहा कि प्रदेश में खाद की बड़ी किल्लत है. विधानसभा में 1766 में से ज्यादातर खाद से सम्बंधित प्रश्न हैं. जगह-जगह किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. धरना दे रहे हैं, फिर भी किसानों को खाद नही मिल रहा है. उन्होंने कहा, “माननीय मंत्री बयान देते हैं कि रूस और यूक्रेन की युद्ध की वजह से खाद की किल्लत है, 3 साल युध्द विराम हुए हो गए हैं लेकिन मंत्री जी कहते हैं कि यह विभाग मेरे कार्यक्षेत्र में नही आता है इससे किसान हतोत्साहित होते हैं.” उन्होंने कहा कि टीकमगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के गांव डुंडा से खाद लेने आई महिला नेहा को मारा गया. भोपाल के बैरसिया में खाद की कालाबाजारी हुई जहां पूरी सरकार बैठी है. दिल्ली और यूपी के कारोबारी ट्रक भर भर कर खाद की कालाबाजारी करते हैं लेकिन सरकार के मंत्री अनर्गल बयान देते हैं.

Advertisement

‘अन्नदाता की सुनवाई नहीं…'

वहीं पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा कि डबल इंजन सरकार की वजह से किसान आंदोलन पर है. अन्नदाता की सुनवाई नहीं है,सालों से हम किसानों की आय को दोगुनी करने के नारे सुन रहे हैं. खाद के लिए लंबी कतारें देखी गयी है,गिड़गिड़ाता किसान नज़र आया है. नकली खाद,महंगा बीज बेचने का षड्यंत्र करने वालों को सत्ता पक्ष के लोगों का संरक्षण है. 

Advertisement

वॉकआउट के बाद सचिन यादव ने साधा निशाना 

वॉकआउट के बाद पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने प्रदेश में खाद की कमी को लेकर सरकार पर साधा निशाना. सचिन यादव ने कहा कि सरकार सच्चाई से कोसो दूर है. सरकार मालूम होने के बाद भी सच्चाई को स्वीकार नही कर रही है. सरकार के मंत्रियों ने झूठे कथन सदन में रखे जो वस्तुस्थिति से कोसो दूर है. खाद संकट दूर करने के बजाय सदन में झूठे तथ्य पेश करने का आरोप लगाया. सचिन यादव ने कहा कि सरकार के मंत्रियों ने झूठे तथ्य सदन के अंदर रखे इसलिए कांग्रेस पार्टी ने बहिर्गमन का फैसला लिया. 

क्या बोली बीजेपी? 

बीजेपी विधायक राजेन्द्र पांडेय ने सदन में खाद की किल्लत पर जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नही है. मध्यप्रदेश में लगातार सिंचित रकबा बढ़ता जा रहा है. दिग्विजय सरकार में सिंचाई के लिए बिजली नही मिलती थी, बिजली आते ही हर मां बाप अपने बेटे को खेत पर भेजता थे, आज कोई जमीन असिंचित नही है.सिंचाई का रकबा बढ़ने से खाद की मांग बढ़ती है.

इसे भी पढ़ें- न सात फेरे, न बैंड बाजा... गुरु घासीदास जयंती पर जशपुर में ऐसे हुई अनोखी शादी